पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत द्वारा एक और सैन्य हमला करने की संभावना कम है। उन्होंने इसके पीछे तीन प्रमुख कारण बताए: अंतरराष्ट्रीय समर्थन, डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता, और भारत की आर्थिक स्थिति।
1. अंतरराष्ट्रीय समर्थन और पारदर्शिता: शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा पारदर्शिता दिखाई है और यहां तक कि अमेरिका को भी भारत के आरोपों की जांच में भाग लेने का प्रस्ताव दिया है। इस पारदर्शिता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का विश्वास जीता है।
2. ट्रंप की भूमिका: शरीफ ने बताया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में मध्यस्थता करके युद्धविराम करवाया, जिसे वह अपनी बड़ी उपलब्धि मानते हैं। शरीफ का मानना है कि ट्रंप इस शांति को बनाए रखने के इच्छुक हैं।
3. भारत की आर्थिक स्थिति: शरीफ ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति को देखते हुए, युद्ध उसके लिए विनाशकारी होगा। उन्होंने कहा, "हम पहले से ही संघर्ष के दौर में हैं, इसलिए हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं, लेकिन भारत के लिए युद्ध पूरी तरह से आपदा होगा।"
इसके अलावा, शरीफ ने पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि अब समय आ गया है कि देश अपने प्राकृतिक और मानव संसाधनों का उपयोग लाभकारी परियोजनाओं में करे।