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पाकिस्तानी सेना की भारत को जलयुद्ध की धमकी, जाने क्या कहा!

भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक बार फिर से तल्खी बढ़ गई है, जब पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट...
पाकिस्तानी सेना की भारत को जलयुद्ध की धमकी, जाने क्या कहा!

भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक बार फिर से तल्खी बढ़ गई है, जब पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारत को सिंधु जल संधि के संदर्भ में खुलेआम धमकी दे डाली। उन्होंने आतंकवादी हाफिज सईद की शैली में कहा, “अगर आप हमारा पानी रोकेंगे, तो हम आपकी सांसें रोक देंगे।” यह बयान भारत द्वारा सिंधु जल संधि की समीक्षा और जलप्रवाह नियंत्रित करने की नीति पर पुनर्विचार के संदर्भ में आया है।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे, के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ जलसंधियों और अन्य द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा का संकेत दिया था। इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से यह तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। चौधरी का बयान सीधे-सीधे लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी हाफिज सईद की पुरानी धमकी से मेल खाता है। सईद ने पहले कहा था, “अगर भारत हमारा पानी रोकेगा, तो खून की नदियाँ बहेंगी।”

यह बयान केवल राजनीतिक बयानबाजी नहीं बल्कि पाकिस्तान की सेना और आतंकवादी संगठनों के बीच की मानसिकता और रणनीतिक समन्वय को उजागर करता है। जब सेना का प्रवक्ता सार्वजनिक मंच से आतंकी भाषा का उपयोग करता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की छवि को और भी संदिग्ध बना देता है।

भारत ने अब तक संयम का परिचय दिया है, लेकिन सिंधु जल संधि की समीक्षा यह संकेत देती है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश के प्रति अब पहले जैसी नरमी नहीं बरती जाएगी। पाकिस्तान के लिए यह चेतावनी होनी चाहिए कि अगर वह आतंकी भाषा और रणनीति अपनाना जारी रखता है, तो क्षेत्रीय स्थिरता के लिए उसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

इस बयान से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान की सेना सिर्फ एक सैन्य संस्था नहीं, बल्कि एक राजनीतिक और वैचारिक ताकत भी है, जो अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ खतरा बन चुकी है।

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