पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सलाहकार राना सनाउल्लाह ने खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के ब्रह्मोस मिसाइल हमले ने पाकिस्तान को हक्का-बक्का कर दिया। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “जब भारत ने नूर खान एयरबेस पर ब्रह्मोस दागा, हमारे पास यह तय करने के लिए सिर्फ 30-45 सेकंड थे कि मिसाइल में परमाणु हथियार है या नहीं।”
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को शुरू हुआ, जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) में 26 लोगों की हत्या का जवाब दिया। भारत ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया और 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। भारत ने रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस सहित 11 पाकिस्तानी ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइलों से हमला किया।
सनाउल्लाह ने कहा, “यह बेहद खतरनाक स्थिति थी। गलत अनुमान से परमाणु युद्ध शुरू हो सकता था।” पाकिस्तान ने जवाबी हमले में ड्रोन और मिसाइलें दागीं, लेकिन भारत के S-400 और आकाश डिफेंस सिस्टम ने इन्हें नाकाम कर दिया। 10 मई को भारत ने फिर से सरगोधा, भोलारी, जैकबाबाद और अन्य ठिकानों पर हमले किए।
चार दिन की तनातनी के बाद दोनों देशों ने 14 मई को युद्धविराम पर सहमति जताई। सनाउल्लाह ने डोनाल्ड ट्रम्प को इसका श्रेय दिया, लेकिन भारत ने किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इनकार किया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने पहले संपर्क किया।
सनाउल्लाह ने माना कि ब्रह्मोस मिसाइल में परमाणु हथियार नहीं था, लेकिन समय की कमी ने भय पैदा किया। सैटेलाइट tस्वीरों से नूर खान, सरगोधा और अन्य ठिकानों पर भारी नुकसान की पुष्टि हुई। यह ऑपरेशन भारत की सैन्य ताकत और पाकिस्तान की कमजोरी को दर्शाता है।