पुलिस ने रविवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस के दक्षिणी मुंबई स्थित आवास के बाहर पहरा बढ़ा दी है। यह कदम कथित रूप से गैरकानूनी फोन टैपिंग के मामले में फडणवीस के बयान दर्ज कराने से पहले उठाया गया है।
मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस को रविवार को इस मामले में पेश होने को कहा है। फडणवीस ने हालांकि, शनिवार को कहा था कि पुलिस उनके आवास पर सिर्फ जरूरी जानकारी लेने के लिए आएगी और उन्हें थाने आने की जरूरत नहीं है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘फडणवीस को जारी नोटिस में कहा गया है कि इससे पहले मामले से जुड़े सवालों को सीलबंद लिफाफे में भेजा गया था लेकिन उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया। इसके अलावा उन्हें जवाब देने के लिए दो बार नोटिस जारी किया लेकिन उसका भी जवाब नहीं दिया गया।’’
उन्होंने बताया कि इनके अलावा फडणवीस को तीन पत्र भेजे गए जिनमें पुलिस के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री ने उनका भी कोई जवाब नहीं दिया।
उल्लेखनीय है कि कथित रूप से फोन टैप करने और गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के मामले में पिछले साल बीकेसी साइबर पुलिस थाने में सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस मामले में शिकायत राज्य खुफिया विभाग ने दर्ज कराई थी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला जब राज्य की खुफिया प्रमुख थीं तब कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले, मंत्री बाच्चू कडू, पूर्व विधायक आशीष देशमुख, पूर्व सांसद संजय काकडे सहित कई नेताओं के फोन टैप किए गए थे।