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"हमारे राम लला अब टेंट में नहीं, भव्य मंदिर में रहेंगे": राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के...

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के बाद लोगों को संबोधित कर रहे हैं। विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण होने के उपरांत पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे बल्कि भव्य मंदिर में रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है। हमारे राम लला अब टेंट में नहीं रहेंगे, वे अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। यह क्षण अलौकिक है...यह माहौल, यह घड़ी हम सब पर प्रभु श्री राम का आशीर्वाद है।"

पीएम ने कहा, "आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं।"

पीएम मोदी ने कहा, "मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे। उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था... इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है।"

उन्होंने कहा, "हर युग में लोगों ने राम को जीया है। हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है। यह राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है। राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है।"

पीएम ने आगे कहा, "आज मैं पूरे पवित्र मन से महसूस कर रहा हूं कि कालचक्र बदल रहा है। यह सुखद संयोग है कि हमारी पीढ़ी को एक कालजयी पथ के शिल्पकार के रूप में चुना गया है। हजारों वर्ष बाद की पीढ़ी राष्ट्र निर्माण के हमारे आज के कार्यों को याद करेगी इसलिए मैं कहता हूं यही समय है, सही समय है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पहुंचे अतिथियों का अभिवादन किया। उन्होंने कुबेर टीला स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके अलावा पीएम मोदी ने राम मंदिर परिसर में जटायु की मूर्ति पर फूल अर्पित किए और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण दल का हिस्सा रहे कार्यकर्ताओं पर फूलों की वर्षा की।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सोमवार को अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की मूर्ति का अनावरण किया गया। पीएम मोदी ने भव्य मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अनुष्ठान का नेतृत्व किया। यह समारोह गहन भक्ति भावना के वातावरण में आयोजित किया जा रहा है।

राम लला की मूर्ति का अनावरण होते ही भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलिकॉप्टरों ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में फूलों की वर्षा की। समारोह आयोजित होने पर भक्तों और मेहमानों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए। समारोह में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। भव्य मंदिर में समारोह के लिए 8,000 से अधिक मेहमानों को आमंत्रित किया गया था।

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