गुजरात में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वहां के वोटरों को लुभाने के लिए एक बड़ी बात कही है। अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नोटों पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीरें लगाने की अपील की।
एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान, उन्होंने कहा कि गणेश और लक्ष्मी की तस्वीरें ताजा मुद्रा नोटों पर मुद्रित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि नए नोटों में एक तरफ महात्मा गांधी और दूसरी तरफ दो देवताओं की तस्वीर हो सकती है।
केजरीवाल ने कहा, "प्रयास करने के बावजूद, कभी-कभी हमारे प्रयास सफल नहीं होते हैं अगर देवी-देवता हमें आशीर्वाद नहीं दे रहे हैं। मैं पीएम (मोदी) से अपील करता हूं कि हमारी मुद्रा (नोट्स) पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीरें हों।
उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मुद्रा (नोट) पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर होगी, तो हमारा देश समृद्ध होगा। मैं इस पर एक या दो दिन में प्रधानमंत्री को लिखूंगा।"
वहीं, केजरीवाल के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने बुधवार को आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल की नोटों पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीर लगाने की मांग को चुनाव से पहले अपनी पार्टी के 'बदसूरत हिंदू विरोधी चेहरे' को छिपाने की 'असफल कोशिश' करार दिया।
तिवारी ने मांग की कि अगर केजरीवाल का वास्तव में मतलब है कि उन्होंने क्या कहा तो उन्हें दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम और आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को "हिंदू देवताओं के खिलाफ बोलने" के लिए पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह वही आदमी है, जिसने अयोध्या के राम मंदिर में जाने से इनकार कर दिया, यह दावा करते हुए कि भगवान वहां की जाने वाली प्रार्थनाओं को स्वीकार नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, इन्होंने यह भी कहा कि कश्मीरी पंडित झूठ बोलते हैं।
कांग्रेस भी अरविंद केजरीवाल को छोड़ने के मूड नहीं है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल बीजेपी और आरएसएस की बी टीम हैं। उन्हें कोई समझ नहीं है। यह उनकी वोटों की राजनीति है। अगर वो पाकिस्तान जाएंगे तो वह यही कह सकते हैं कि वो पाकिस्तानी हैं और उन्हें वोट करें।