विवादित आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए केंद्र द्वारा गठित एकल सदस्यीय पैनल ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जांच डीओपीटी में अतिरिक्त सचिव मनोज द्विवेदी द्वारा की गई।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अब एक टीम निष्कर्षों की जांच करेगी और कार्रवाई की सिफारिश करेगी। 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर पुणे में प्रोबेशन पर सेवा करते समय उन भत्तों और सुविधाओं की मांग करके सत्ता और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप है, जिनकी वह हकदार नहीं थीं।
पिछले सप्ताह दिल्ली में उनके खिलाफ कथित तौर पर “गलत तरीके से प्रस्तुत करने और तथ्यों को गलत साबित करने” के लिए आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने भी 2022 की परीक्षा के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 2022 की परीक्षा के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है। यूपीएससी परीक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) गैर-क्रीमी लेयर कोटा का लाभ उठाने के लिए, खेडकर ने कथित तौर पर दावा किया कि उसके माता-पिता अलग हो गए हैं और वह अपनी मां के साथ रह रही है।