जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में यूम-ए-कुद्स जुलूस निकालने वाले आयोजकों और प्रतिभागियों के खिलाफ कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक, यह मामला मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के सोनपह गांव, बीरवाह में निकाले गए जुलूस से जुड़ा हुआ है।
यूम-ए-कुद्स, जिसे कुद्स डे या इंटरनेशनल कुद्स डे भी कहा जाता है, रमजान के अंतिम शुक्रवार को मनाया जाता है। यह दिन फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करने और एकजुटता दिखाने के लिए जाना जाता है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सोनपह गांव में आयोजकों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और आपत्तिजनक नारे लगाए। इससे कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता उत्पन्न हुई। इसके अलावा, आयोजकों द्वारा किए गए नारेबाजी से सोनपह-बीरवाह सड़क मार्ग बाधित हुआ, जिससे आम जनता को असुविधा हुई।
पुलिस ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए बीवराह पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(2) और 189(6) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, लोगों से शांति बनाए रखने और सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने से बचने की अपील की गई है।
गौरतलब है कि सितंबर 2024 में भी कश्मीर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीन के शहीदों के समर्थन में नारे लगाए थे और इजराइल तथा अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी अंतिम चरण के चुनाव प्रचार को रद्द कर इस प्रदर्शन के प्रति एकजुटता जताई थी।