भाजपा की हरियाणा इकाई के नेता एवं पूर्व मंत्री कर्णदेव काम्बोज शुक्रवार को पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुए। ऐसे में जाट-नॉन जाट की राजनीति करने वाली बीजेपी के लिए मुसीबत बढ़ सकती है क्यों कर्णदेव हरियाणा में ओबीसी वर्ग के बड़े नेता हैं और कंबोज समाज में अच्छी पकड़ रखते हैं। उन्होंने बीजेपी पर ओबीसी वर्ग की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।
काम्बोज ने अगले महीने होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने के बाद हाल ही में भाजपा की प्रदेश इकाई के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था। काम्बोज रादौर या इंद्री सीट से टिकट चाह रहे थे।
कांग्रेस आ रही है, भाजपा जा रही है!
BJP OBC मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। शामिल होने वालों में मुख्य रूप से -
बलविंद्र दिमान (BJP ओबीसी जिला अध्यक्ष, जींद)
— Bhupinder S Hooda (@BhupinderShooda) September 13, 2024
विपिन (चेयरमैन ब्लॉक समिति,… pic.twitter.com/M0GbDRGbd3
बता दें कि कर्णदेव कंबोज लंबे समय से इंद्री विधानसभा सीट से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनकी डिमांड को नजरअंदाज करते हुए सिटिंग विधायक राम कुमार कश्यप को ही वापस टिकट दे दिया। इसके बाद कंबोज ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
टिकट कटने से नाराज हरियाणा प्रदेश बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज को मनाने के लिए पिछले हफ्ते हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी उनके घर पहुंचे थे। जब सीएम सैनी ने कंबोज से हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो कर्णदेव कंबोज ने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था और साइड में आकर बैठ गए था। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
वीडियो में साफ दिख रहा था कि कर्णदेव कंबोज हाथ जोड़े सीएम सैनी के सामने से निकलने लगे, लेकिन मुख्यमंत्री ने हाथ मिलाने के लिए उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बावजूद वह नहीं रुके और सीएम सैनी का हाथ झटकते हुए आगे बढ़ गए।