पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 15 जुलाई तक स्थगित करने की घोषणा की। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा किसी भी समय जारी किए जाने वाली नई गाइडलाइन के अधीन होगा।
कोरोना वायरस के बीच परीक्षाओं को लेकर छात्रों और अभिभावकों के मन में कई तरह की चिंताएं थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने यह फैसला लिया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह महसूस किया कि परीक्षाओं के सुरक्षित संचालन को लेकर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के मन से भ्रम को दूर करने की आवश्यकता है।
फेसबुक लाइव के दौरान मुख्यमंत्री से इस बाबत सवाल पूछा गया था
इससे पहले शनिवार को फेसबुक लाइव के दौरान मुख्यमंत्री से विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की परीक्षा रद्द करने के फैसले के बारे में सवाल पूछा गया था। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि शिक्षा विभाग के वाइस चांसलर के साथ मीटिंग करेंगे और इस मामले में यूजीसी से दिशा-निर्देश लेंगे। उसके अनुसार ही अंतिम फैसला दो-तीन दिनों के अंदर किया जाएगा। यह सवाल गुरदासपुर के एक छात्र ने श्री गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को रद्द करने के बारे में पूछा था। हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक दिन बाद ही परीक्षा स्थगित करने का फैसला ले लिया है।