पंजाब कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह फिर से चर्चा में हैं। 14 अप्रैल को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल इनकी एक रिपोर्ट ने पंजाब की कैप्टन अमरिदंर सरकार ऐसी हिला दी कि अभी तक संभल नहीं पाई है। धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं के दौरान 2015 में कोटकपुरा और बहिबल कलां में हुए गोलीकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी की अगुवाई करने वाले कुंवर विजय प्रताप सिंह की रिपोर्ट को हाईकोर्ट ने राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था। रिपोर्ट के खारिज होने से जहां कैप्टन सरकार कांग्रेस के नेताओं से ही घिरी है वहीं सिंह ने भी इसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना सेवानिवृति से करीब एक दशक पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि कैप्टन इस्तीफा स्वीकार करने को राजी नहीं थे क्योंकि कैप्टन का यह कहना था कि कुंवर विजय प्रताप सिंह बहुत ही समर्थ और कुशल अफसर हैं, जिसकी सेवाओं की सीमावर्ती राज्य को जरूरत है। खासकर ऐसे समय पर जब पंजाब विभिन्न आंतरिक और बाहरी खतरों का सामना कर रहा है।
कुंवर विजय प्रताप सिंह की जिद्द के आगे मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए कहा था कि सिंह को एस.आई.टी. के प्रमुख से हटाने या केस की जांच रद्द करने के किसी भी फैसले को उनकी सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस अफसर और उसकी टीम ने कोटकपूरा मामले की तेजी से जांच करने में शानदार काम किया है, जिसको अकालियों ने पिछले चार सालों से रोकने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस योग्य अधिकारी के नेतृत्व और निगरानी अधीन जांच तर्कपूर्ण निष्कर्ष पर लाई जाएगी।
इस बीच अपनों के बीच ही घिरी कैप्टन सरकार के ढीले रवैये को देखते हुए आईपीएस की नौकरी से इस्तीफा देने वाले कुंवर विजय प्रताप सिंह ने सामाजिक सेवा के क्षेत्र में सक्रिय होने के संकेत दिए हैं। आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले चर्चा थी कि वकालत के साथ सियासी पारी के लिए कुंवर के पास कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं और यह भी कहा जा रहा था कि वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। आम आदमी पार्टी के सूत्रों मुताबिक कहा जा रहा था कि केजरीवाल की उपस्थिति में कुंवर आप में शामिल होकर 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी सियासी पारी की शुरुआत कर सकते हैं।
बता दें कि पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह सोमवार को अमृतसर में दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आप के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। सिंह पंजाब में 2015 में कोटकपुरा पुलिस गोलीबारी कांड की जांच करने वाले विशेष जांच दल का हिस्सा थे।
मूलत: बिहार के रहने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप ने बतौर आईजी अमृतसर जोन के बॉर्डर जिलों में उल्लेखनीय कार्य किया था जिसके लिए उन्हें राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया गया।