पंजाब कांग्रेस में राजनीतिक हलचल अभी भी जारी है। नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से लगातार असमंजस का दौर जारी है और हर पल समीकरण बदल रहे हैं। अब सिद्धू ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने हालांकि कामकाज संभालने के लिए शर्त रख दी है। पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा वापस ले लिया है। 28 सितंबर को पद छोड़ने की घोषणा करने वाले सिद्धू ने कहा, "मैं राज्य प्रमुख के रूप में काम करना जारी रखूंगा।"
सिद्धू का कहना है कि नया एजी और डीजीपी के नए पैनल आने पर मैं पार्टी ऑफिस में कामकाज सम्भाल लूंगा। नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी सरकार की नियुक्तियों का विरोध करते हुए इस्तीफा दिया था।चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फेंस के दौरान सिद्धू ने खुद अपना इस्तीफा वापस लेने की जानकारी दी। सिद्धू ने कहा, ''मैं अपना इस्तीफा वापस ले रहा हूं। नया एजी और डीजीपी के नए पैनल आने पर मैं पार्टी ऑफिस में कामकाज सम्भाल लूंगा।''
सिद्धू का कहना है कि वह पार्टी अध्यक्ष और राहुल गांधी के लिए इस्तीफा वापस ले रहे हैं। सिद्धू ने कहा, ''पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए मैं अपना इस्तीफा वापस ले रहा हूं।'' सिद्धू ने कहा, "जब आप सच्चाई के रास्ते पर होते हैं तो पद मायने नहीं रखते"।
19 जुलाई को राज्य प्रमुख नियुक्त किए गए सिद्धू ने चरणजीत चन्नी के नेतृत्व वाली नई सरकार में मंत्रियों को विभागों के आवंटन के कुछ मिनट बाद इस्तीफा दे दिया, जो अमरिंदर सिंह के बाद मुख्यमंत्री बने।
बता दें कि सिद्धू ने बेअदबी को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जमकर हमला बोला था। इसी वजह से अमरिंदर को इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन चन्नी सरकार ने जो नियुक्तियां की वो सिद्धू को रास नहीं आई और उसका विरोध करते हुए सिद्धू ने राज्य अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था।