अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकॉनमी’ कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। इससे भी बड़ा झटका तब लगा जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्रंप के बयान का समर्थन कर दिया। राहुल बोले – “ट्रंप ने सही कहा, सब जानते हैं कि भारत की इकोनॉमी डेड है, बस पीएम और वित्त मंत्री को छोड़कर।”
राहुल यहीं नहीं रुके। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था, विदेश नीति और रक्षा नीति को अडानी के हित में तबाह कर दिया है। राहुल ने पूछा – “जब ट्रंप 1 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी दे रहे हैं, तो पीएम चुप क्यों हैं?”
राहुल के बयान पर बीजेपी आगबबूला हो गई। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा – “राहुल गांधी ने 140 करोड़ भारतीयों के पसीने और मेहनत का अपमान किया है। उन्होंने राजनीति में गिरावट का नया स्तर छू लिया है।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा – “अगर कुछ सच में डेड है, तो वो राहुल गांधी की राजनीति है।”
इस पूरे विवाद में कांग्रेस खुद दो धड़ों में बंटती दिखी। पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने ट्रंप की बात को गलत बताते हुए कहा – “भारत की अर्थव्यवस्था मज़बूत है, जो लोग इसे डेड कह रहे हैं, वो भ्रम में हैं।” उधर, शशि थरूर और प्रियंका चतुर्वेदी ने भी ट्रंप की टिप्पणी को ‘अहंकारपूर्ण और अज्ञानी’ करार दिया।
बीजेपी ने IMF और वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा – “भारत की विकास दर दुनिया में सबसे तेज़ है, महंगाई छह साल के न्यूनतम स्तर पर है और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर रिकॉर्ड लेवल पर चल रहा है। ट्रंप की बात को दोहराना भारत की साख गिराने जैसा है।”
इस बयानबाज़ी ने एक बार फिर ‘भारत बनाम भारत विरोधी’ की बहस को हवा दे दी है। आने वाले समय में ट्रंप की टिप्पणी और राहुल का समर्थन, दोनों ही राजनीतिक गलियारों में लंबे समय तक गूंज सकते हैं।