दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जन सुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से नया रूप दिया जा रहा है। यह घटना राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। रेखा गुप्ता को वर्तमान में गृह मंत्रालय (MHA) की गाइडलाइंस के तहत ‘Z-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, लेकिन अब इसे और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक केंद्र ने सीएम रेखा गुप्ता को ‘Z’ श्रेणी की सीआरपीएफ सुरक्षा देने का फैसला लिया है। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद सीआरपीएफ ने उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली।
खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार खतरे के आकलन के आधार पर यह सुरक्षा कवर प्रदान किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास और सिविल लाइंस स्थित राज निवास मार्ग पर बना कैंप कार्यालय भी अब सीआरपीएफ की वीआईपी सिक्योरिटी ग्रुप (VSG) की सुरक्षा में रहेगा। यह वही विशेष इकाई है जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस के गांधी परिवार की सुरक्षा भी संभालती है। बताया गया कि 22-25 प्रशिक्षित और हथियारबंद सीआरपीएफ कमांडो चौबीसों घंटे सीएम की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। सुरक्षा में तकनीकी उपकरण, प्रवेश नियंत्रण और महिला-पुरुष दोनों पीएसओ की तैनाती की जाएगी ताकि मुख्यमंत्री को सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजदीकी सुरक्षा दी जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर कई नए प्रावधान भी किए हैं। अब जन सुनवाई सत्रों में लोग सीधे मुख्यमंत्री से नहीं मिल सकेंगे। हर शिकायत पहले सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरेगी और उसके बाद ही सीएम के समक्ष रखी जाएगी। इसके अलावा एक विशेष परिधि बनाई जाएगी ताकि कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री के नजदीक न जा सके। पुलिस का कहना है कि यह कदम ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने और सुरक्षा प्रोटोकॉल को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
घटना के दौरान शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया था कि मुख्यमंत्री को एक व्यक्ति ने थप्पड़ मारा और बाल खींचे, हालांकि बाद में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने इन खबरों को "मनगढ़ंत" बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनके हालचाल भी लिए। पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।