शिरोमणि अकाली दल (अ) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने कश्मीर में ‘‘प्रवेश से वंचित’’ किए जाने पर सोमवार को केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि वह श्रीनगर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
कट्टरपंथी सिख नेता ने पिछले महीने कठुआ में एक स्थानीय अदालत का रुख किया था, जब जिला अधिकारियों ने संभावित गड़बड़ी का हवाला देते हुए उन्हें घाटी जाने की अनुमति नहीं दी थी।
पंजाब के संगरूर से सांसद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के सामने पेश होने के लिए कठुआ पहुंचे थे, लेकिन उन्हें होटल से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि, उनके प्रतिनिधि अदालत में पेश हुए जिसने 29 नवंबर को मामले की सुनवाई करने का फैसला किया।
अपने गृह राज्य पंजाब के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए मान ने कहा कि वह संसद के निर्वाचित सदस्य हैं और अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद वहां के लोगों का कल्याण जानने के लिए कश्मीर जाने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, "वे (भाजपा नेता) कह रहे हैं कि धारा 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बन गया है, लेकिन यहां एक सांसद को देश के इस हिस्से में जाने की अनुमति नहीं है और मुझ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।" मान ने कहा कि वह संसद के अगले सत्र में इस मुद्दे को उठाएंगे।
सांसद ने कहा कि उन्हें देश के किसी भी हिस्से में जाने का पूरा अधिकार है और वह 2024 में श्रीनगर से अगला संसदीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं अपनी लड़ाई नहीं छोड़ूंगा। अगर मुझे (सीजेएम की अदालत द्वारा) न्याय नहीं मिला, तो मैं जरूरत पड़ने पर उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का भी रुख करूंगा।"