दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार, 11 जुलाई 2025 को शाम 7:49 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जो इस सप्ताह का दूसरा भूकंप था। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 थी, और इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में (28.68°N, 76.72°E) 10 किलोमीटर की गहराई पर था। इससे पहले, गुरुवार सुबह 9:04 बजे 4.4 तीव्रता का भूकंप भी झज्जर में ही आया था, जिसके झटके दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ व शामली तक महसूस हुए थे।
शुक्रवार के भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा के गुरुग्राम, रोहतक, दादरी और बहादुरगढ़ में भी महसूस किए गए। यह झटके लगभग 10 सेकंड तक रहे, जिससे लोगों में हल्की दहशत फैली, लेकिन अभी तक किसी नुकसान या हताहत की खबर नहीं है। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने अनुभव साझा किए, कुछ ने इसे हाल के समय का सबसे लंबा भूकंप बताया।
दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन IV में आता है, जो भूकंप के लिए दूसरा सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। इस क्षेत्र में अक्सर हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आते हैं। इस साल फरवरी में दिल्ली के धौला कुआँ में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) ने लोगों को भूकंप के दौरान और बाद में सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है।
पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और भूकंप के प्रभावों का आकलन किया जा रहा है। यह घटना गुरुग्राम में राधिका यादव की हत्या की खबर के बीच आई, जिसने क्षेत्र में पहले से ही सनसनी फैला रखी है। भूकंप के बाद "शॉक" की संभावना के कारण लोग सतर्क हैं।