शनिवार को व्यस्त लाल चौक सिटी सेंटर 'हमें न्याय चाहिए' और 'प्रशासन हाय हाय' (प्रशासन के साथ नीचे) जैसे नारों से गूंज उठा। मामला राहुल भट्ट की हत्या से जुड़ा था, जिसको लेकर सैकड़ों कश्मीरी पंडित विरोध मार्च निकाल रहे थे।
कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्य शहर के लाल मंडी इलाके में बंड के पास इकट्ठे हुए और भट के लिए झेलम नदी में पूजा की, जिसे 12 मई को बडगाम जिले के चदूरा शहर में तहसील कार्यालय के अंदर आतंकवादियों ने गोली मार दी थी।
बता दें कि पूजा समाप्त होने के तुरंत बाद, प्रदर्शनकारियों ने लाल चौक की ओर एक मार्च शुरू किया। लाल चौक पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रसिद्ध घंटाघर के पास धरना दिया।
प्रदर्शनकारियों ने भट के लिए न्याय की मांग की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने भट के हत्यारों और बडगाम के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री पैकेज के तहत नौकरी पाने वाले कश्मीरी पंडितों के कर्मचारियों को स्थानांतरित किया जाए।
भट की हत्या के साथ-साथ कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की "विफलता" को लेकर जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। भट को 2010-11 में प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी मिली थी।