27 फरवरी को नगालैंड में होने वाले विधानसभा चुनाव टल सकते हैं। 11 दलों ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। इनमें सत्ताधारी नगा पीपुल्स फ्रंट भी शामिल है। इसके अलावा कांग्रेस, भाजपा, नेशनल डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी, नगालैंड कांग्रेस, यूनाइटेड नगालैंड डेमोक्रेटिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, लोजपा, जदयू और नेशनल पीपुल्स पार्टी भी चुनाव में भाग नहीं लेगी।
नगालैंड के शीर्ष आदिवासी संगठन नगा होहो और सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में यह सहमति बनी। बैठक के बाद एक पत्र जारी किया गया जिसमें सभी दलों के नेताओं के हस्ताक्षर हैं। इसमें कहा गया है कि चुनाव से पहले नगा समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।
सात दशक पुरानी नगा समस्या के समाधान को जरूरी बताते हुए राज्य के आदिवासी संगठन चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद से ही उसे टालने की मांग कर रहे हैं। इन संगठनों ने सभी राजनीतिक दलों से भी समर्थन की अपील की थी। इस महीने की शुरुआत में नगा होहो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए चुनाव टालने की अपील की थी। सिविल सोसायटी ग्रुप भी 'चुनाव से पहले समाधान' कैंपेन चला रहे हैं।