पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा के सिलसिले में कुल 150 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से भड़की थी।
पुलिस के एक बयान के अनुसार, व्यवस्था बनाए रखने के लिए समसेरगंज, धुलियान और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
शनिवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक विशेष पीठ ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में व्यापक हिंसा के मद्देनजर "तुरंत" केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की ओर से अधिवक्ता अनीश मुखर्जी ने एक जनहित याचिका दायर कर केंद्रीय बलों की तैनाती और एनआईए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, "पिछले कई दिनों से हम पूरे पश्चिम बंगाल में, खासकर मुर्शिदाबाद जिले में व्यापक हिंसा देख रहे हैं।"
हाईकोर्ट ने ममता सरकार और केंद्र दोनों को स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी। हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद जंगीपुर में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह प्रदर्शन वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में था, लेकिन अब स्थिति स्थिर हो गई है।
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह राज्य के कई इलाकों में अशांति के लिए जिम्मेदार उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, जिनमें मुर्शिदाबाद और उत्तर 24 परगना के अमतला, सुती, धुलियान और अन्य स्थान शामिल हैं।
इसी तरह सिलीगुड़ी में एक मुस्लिम संगठन ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रदर्शनकारी ने केंद्र सरकार से इस अधिनियम को निरस्त करने का आग्रह किया। इससे पहले, आलिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने शुक्रवार को कोलकाता में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
वक्फ (संशोधन) विधेयक क्रमशः 2 और 3 अप्रैल को लोकसभा और राज्यसभा में पेश किया गया। इसे दोनों सदनों में पारित किया गया और बाद में राष्ट्रपति की मंजूरी मिली, जिसके बाद यह कानून बन गया। 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी मंजूरी दे दी।
विपक्ष जहां वक्फ एक्ट का विरोध कर रहा है, वहीं भाजपा ने 'वक्फ सुधार जागरूकता अभियान' शुरू किया है, जो 20 अप्रैल से 5 मई तक चलेगा। इस पहल के तहत मुस्लिम समुदाय को वक्फ एक्ट के फायदे बताए जाएंगे।