महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने बुधवार को आईईडी ब्लास्ट किया, जिसमें एक ड्राइवर समेत 16 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। ब्लास्ट कुरखेड़ा से 6 किलो मीटर दूर स्थित कोरची मार्ग पर लेंदारी पुल पर हुआ। इस विस्फोट में पुलिस जवानों से भरे वाहन को निशाना बनाकर हमला किया गया, जिसमें महाराष्ट्र पुलिस के जवान सवार थे। वाहन में 16 सुरक्षाकर्मियों के मौजूद होने की बात सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि गढ़चिरौली में इस वक्त करीब 200 नक्सलियों के मौजूद होने की बात सामने आ रही है। पुलिस ने इलाके को पूरी तरह घेर लिया है। इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच गोलीबारी भी जारी है। यह पिछले एक माह में सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर किया गया दूसरा बड़ा नक्सली हमला है।
नक्सलियों ने 30 गाड़ियों को किया आग के हवाले
इससे पहले आज सुबह ही नक्सलियों ने गढ़चिरौली के कुरखेड़ा उप-जिले में निजी ठेकेदारों से जुड़े लगभग 30 वाहनों में आगजनी की थी। यह वाहन दादापुर गांव के पास एनएच 136 के पुरादा-यरकद सेक्टर के लिए निर्माण कार्यों में लगे हुए थे। यह घटना सुबह उस समय घटित हुई जब राज्य में स्थापना दिवस 'महाराष्ट्र दिवस' मनाने की तैयारी की जा रही थी।
इधर, नक्सली पिछले साल 22 अप्रैल के दिन सुरक्षाबलों द्वारा मारे गए अपने 40 साथियों की मौत की पहली बरसी मनाने के लिए एक सप्ताह से चल रहे विरोध प्रदर्शन के अंतिम चरण में थे। जिन वाहनों को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया, उनमें से ज्यादातर अमर इंफास्ट्रक्चर लिमिटेड के थे, जो दादापुर गांव के पास एनएच 136 के पुरादा-येरकाड सेक्टर के लिए निमार्ण कार्यों में लगे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले पर जताया दु:ख
पीएम मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने सभी बहादुर कर्मियों को सलाम किया। उनकी कुर्बानियों को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उन्होंने इस पर शोक व्यक्त किया और ऐसी हिंसा के अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
Strongly condemn the despicable attack on our security personnel in Gadchiroli, Maharashtra. I salute all the brave personnel. Their sacrifices will never be forgotten. My thoughts & solidarity are with the bereaved families. The perpetrators of such violence will not be spared.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2019
हमारे 16 पुलिस कर्मी आज शहीद हो गए: सीएम फडणवीस
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, गढ़चिरौली में नक्सलियों के कायरतापूर्ण हमले में सी-60 बल के हमारे 16 पुलिस कर्मी आज शहीद हो गए। मेरे विचार और प्रार्थनाएं शहीदों के परिवारों के साथ हैं। मैं डीजीपी (DGP) और गढ़चिरौली एसपी (SP) के संपर्क में हूं।
Anguished to know that our 16 police personnel from Gadchiroli C-60 force got martyred in a cowardly attack by naxals today.
— Chowkidar Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) May 1, 2019
My thoughts and prayers are with the martyrs’ families.
I’m in touch with DGP and Gadchiroli SP.#Gadchiroli
महाराष्ट्र पुलिस के डीजी सुबोध कुमार जयसवाल ने कहा, C 60 कमांडो फोर्स बनाई गई थी। ये सब उसी के जवान हैं। ये महाराष्ट्र के पूर्व एसटीएस चीफ हैं। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, हमें संदेह है कि इस घटना में 15 पुलिस जवान और एक चालक की जान चली गई है।
‘नक्सलियों ने क्यूआरटी कमांडोज को ट्रैप नहीं किया’
महाराष्ट्र के डीजीपी सुबोध जायसवाल ने भी इस बात से इनकार नहीं किया है कि नक्सलियों ने क्यूआरटी कमांडोज को ट्रैप किया हो। जायसवाल ने कहा, 'आज दोपहर साढ़े 12 बजे गढ़चिरौली पुलिस की टीम नॉर्थ गढ़चिरौली की तरफ जा रही थी। रास्ते में नक्सलियों ने लैंड माइन से हमला किया। इस हमले में 15 जवान शहीद हुए और प्राइवेट गाड़ी का ड्राइवर भी मारा गया। नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।'
क्या यह बदले की कार्रवाई है? इस पर क्या बोले डीजीपी सुबोध
पिछले साल सी60 यूनिट ने बड़ी कामयाबी हासिल की थी। क्या यह बदले की कार्रवाई है? इस सवाल पर डीजीपी सुबोध ने कहा कि यह कहा नहीं जा सकता है लेकिन 15 जवानों ने अपनी शहादत दी है। ऐंटी-नक्सल ऑपरेशन पूरे जोर-शोर से जारी रहेंगे। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से चर्चा हो रही है। जायसवाल ने इस बात से इनकार नहीं किया कि जवानों को ट्रैप किया गया हो।
महाराष्ट्र के डीजीपी सुबोध जायसवाल ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी एक प्राइवेट गाड़ी से जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि यह कदम क्यों उठाया गया था तो उन्होंने कहा, 'नक्सल इलाकों में पुलिसकर्मी अलग-अलग तरीके से काम करते हैं।'
नक्सलियों को क्यूआरटी टीम के मूवमेंट की पल-पल की खबर थी
उनहोंने बताया कि सुरक्षाबलों को भी नक्सलियों द्वारा अपनी गाड़ियों को निशाना बनाए जाने की आशंका थी इसीलिए कुरखेड़ा पुलिस स्टेशन की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने अपने मूवमेंट के लिए प्राइवेट बस को हायर किया ताकि नक्सलियों को चकमा दिया जा सके। इसके बाद भी नक्सलियों ने गाड़ी को निशाना बनाया, जिससे स्पष्ट है कि उन्हें क्यूआरटी टीम के मूवमेंट की पल-पल की खबर थी। क्यूआरटी टीम ने दोपहर करीब 12 बजे एक पेट्रोल पंप पर तेल भी भरवाया था। बताया जा रहा है कि शायद यहीं से किसी ने नक्सलियों को उनके मूवमेंट की खबर दे दी।
नक्सलियों ने साथियों की हत्या की निंदा करते हुए पोस्टर और बैनर भी लगाए
घटनास्थल से भागने से पहले नक्सलियों ने पिछले साल अपने साथियों की हत्या की निंदा करते हुए पोस्टर और बैनर भी लगाए। नक्सलियों ने जाने से पहले दो जेसीबी, 11 टिप्पर, डीजल और पेट्रोल टैंकर्स, रोलर्स, जेनरेटर वैन और दो स्थानीय कायार्लयों को भी आग के हवाले कर दिया।
चुनावी माहौल के बीच नक्सलियों का हमला
गढ़चिरौली में सुरक्षा बलों पर नक्सल हमला ऐसे समय पर हुआ है, जबकि देशभर में लोकसभा चुनाव प्रक्रिया जारी है। नक्सली चुनाव का अक्सर विरोध करते रहे हैं और ऐसे में उनकी इस करतूत को चुनाव प्रक्रिया बाधित करने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है। नक्सलियों ने यहां लोगों को चुनाव प्रक्रिया से दूर रहने की धमकी भी दी थी। यहां ठीक एक साल पहले अप्रैल 2018 में कमांडोज ने 40 नक्सलियों को मार गिराया था।