आंध्र प्रदेश के एक कस्बे में छह लोगों द्वारा 16 वर्षीय लड़की को बंधक बनाकर बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने प्रकाशम जिले के ओंगोल कस्बे में एक कमरे में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। आरोपियों में तीन नाबालिग भी शामिल हैं। इसके बाद राज्य भर में उबाल आ गया है। नाराज लोग आंदोलन और प्रदर्शन करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पुलिस ने तुरंत कदम उठाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। सरकार ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया है।
विरोध प्रदर्शन के बाद गृह मंत्री ने दिलाया सुरक्षा का भरोसा
इस घटना के बाद राज्य में आंदोलन और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। लोग महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर खासे नजर हैं। राज्य की गृह मंत्री एम. सुचरिता ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री ने कहा कि यह जघन्य अपराध है। सरकार ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगी। ओंगोल के विधायक और राज्य के ऊर्जा मंत्री बालिनेनी श्रीनिवास रेड्डी ने भी घटना की निंदा की है।
पीड़िता से छह लोगों ने किया दुष्कर्म
प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कौशल ने संवाददाताओं को बताया कि जब पीड़ित लड़की 17 जन को बस अड्डे पर अपनी किसी दोस्त की प्रतीक्षा कर रही है, तभी एक आरोपी ने उससे बातचीत शुरू कर दी और दोस्ती कर ली। इसके बाद उसे आरोपी के कमरे पर ले जाया गया जहां उसने और उसके पांच दोस्तों ने पांच दिनों तक लड़की के साथ बलात्कार किया।
चंगुल से बचकर पुलिस के पास पहुंची
पुलिस ने बताया कि पड़ोसी जिले गुंटूर जिले की रहने वाली पीड़ित लड़की किसी तरह उनके चंगुल से बच निकली और शनिवार की शाम को बस अड्डे पर पहुंच गई। वहां तैनात होमगार्ड वेंकटेश्वरालू और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर बाबू राव ने उसे देखा और मदद की।
सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया
लड़की को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। उसकी हालत स्थिर बताई गई है। लड़की की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुर की और शनिवार रात से विभिन्न क्षेत्रों से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने एक आरोपी को नेल्लोर जिले से उस समय गिरफ्तार किया जब वह ट्रेन में बैठने वाला था।
डीजीपी ने कहा, पुलिस कड़ी कार्रवाई कर रही
आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गोतम सवांग ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि महिला और बच्चों की सुरक्षा और उनके खिलाफ अपराधों पर रोकथाम लगाने पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ पोक्सो और आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।