पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद किया गया है। इनमें चार एक-47 राइफल, दो एसएलआर और दो इंसास राइफल शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ सोमवार सुबह 6 बजे से शुरू हुई। सुरक्षा बलों का नेतृत्व एक पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे। मारे गए माओवादी छापामारों की लाशें अभी भी वहीं पड़ी हुईं हैं, जहां मुठभेड़ हुई थी। इन लाशों को बरामद करने का काम किया जा रहा है।
पुलिस को आशंका है कि मुठभेड़ में कई और माओवादी छापामारों को गोलियां लगी हैं, जो वहां से भागने में कामयाब रहे। सुरक्षा बलों ने पूरे जंगल को घेर लिया है। वहां बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों को इलाक़े में भेजा जा रहा है।
विशाखापत्तनम पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए माओवादी छापामारों की संख्या बढ़ भी सकती है। हालांकि मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के कुछ जवानों के घायल होने की बात भी कही जा रही है, लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। ओडिशा का मलकानगिरी इलाक़ा छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश से लगा हुआ है। इसे माओवादियों का गढ़ माना जाता है।