दरअसल, इन दिनों बाढ़ और बारिश से सबसे बुरा हाल गुजरात का है, जहां एक के बाद एक शहर मूसलाधार बारिश की चपेट में आ रहे हैँ। बाढ़ और बारिश के दोहरे मार का ताजा शिकार है गुजरात का बनासकांठा और पाटन जिला, जहां दो दिनों में इतनी बारिश हुई कि कई जगहों पर पांच से सात फुट पानी भर गया है। पूरे गुजरात में अब तक 70 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पांच हेलीकॉप्टर राजस्थान और गुजरात के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लगाए गए हैं। बता दें कि दोनों ही राज्यों में लगातार बारिश से राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
5 IAF helicopters pressed into service for rescue and relief operation in flood-hit areas of Rajasthan and Gujarat. pic.twitter.com/u4PLkyWGsn
— ANI (@ANI_news) July 25, 2017
गुजरात के बनासकंठा का धानेरा इलाका पिछले दो दिनों से दरिया में तब्दील हो चुका है, जहां सब कुछ मटमैले पानी में डूबा नजर आता है। कई फुट तक मकान डूब चुके हैं। सड़कों पर बहते पानी को देखकर कहना मुश्किल है कि यहां कभी गाड़ियां भी चलती होंगी। गाड़ियां पूरी तरह डूब चुकी हैं। सड़कों पर नाव चल रही हैं।
गुजरात में राहत और बचाव में जुटी एजेंसियों ने अब तक भारी बारिश और बाढ़ में फंसे एक हजार से ज्यादा लोगों को बचाया है और करीब 25 हजार से ज्यादा लोगों को बाढ़ के पानी से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। खराब मौसम और भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने अगले आदेश तक कच्छ में प्राथमिक और हाई स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने रविवार को हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया था।
वहीं, गुजरात के साथ ही राजस्थान के भी कई जिलों में बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं, जहां दो लोगों के मौत की खबर सामने आई है। बचाव के काम में जुटी सेना ने पाली जिले के पावटा गांव से 31 लोगों को बचाया है। इसके अलावा जालौर में भी सेना की टीम राहत और बचाव के काम में जुटी हुई है।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने भारी बारिश से पश्चिमी राजस्थान के जालोर समेत चार जिलों में बाढ़ के हालात से निपटने और प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को जल्द राहत पहुंचाने के प्रभारी मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित जिलों में जाने के निर्देश दिए हैं।