राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब भारी संख्या में जवानों के कोरोना से संक्रमित होने का पता चला। ओडिशा के कटक में कार्यरत लगभग 50 जवानों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। ये वे जवान हैं जो तूफान 'अम्फान' के राहत और बचाव कार्य के लिए ओडिशा से पश्चिम बंगाल भेजे गए थे। एनडीआरएफ के डीजी सत्य प्रधान ने भी ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है। यह सभी जवान उस दल का हिस्सा हैं, जो पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान अम्फान के बाद राहत कार्य के लिए गया था।
राहत और बचाव कार्य के लिए गए थे पश्चिम बंगाल
दरअसल, पिछले महीने चक्रवाती तूफान ने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई थी। तूफान से पहले और उसके बाद राहत और बचाव कार्य के लिए ओडिशा में कार्यरत जवानों को पश्चिम बंगाल भेजा गया था। वहां पर अतिरिक्त जवानों को तैनात करवाया गया था, जिससे वहां राहत और बचाव कार्य को जल्द से जल्द अंजाम दिया जा सके। राहत और बचाव कार्य के बाद ओडिशा लौटे कुछ जवानों की तबीयत खराब होने की जानकारी मिली।
50 एनडीआरएफ जवानों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान ने ट्वीट किया, पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात अम्फान के राहत और बचाव कार्य से लौटे ओडिशा के 190 एनडीआरएफ जवानों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें से 50 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक इन जवानों में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। सभी संक्रमित जवान निगरानी में है।
बता दें कि बंगाल की खाड़ी से उठे अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जमकर तबाही मचाई थी। चक्रवात की वजह से 86 लोग मारे गए थे। अकेले पश्चिम बंगाल में 72 मौतें हुई थी। वहीं लाखों लोग बेघर हो गए थे। अम्फान के बाद ओडिशा और बंगाल के कई इलाकों में व्यवस्थाएं अब भी ठीक नहीं हो पाई है। कई इलाके अब भी लोग बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं।