हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरूवार को अवैध मदरसा तोड़े जाने की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में छह दंगाइयों की मौत हो गई जबकि हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू दूसरे दिन भी लागू रहा। इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है। अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हिंसा में 5 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। पुलिस लोगों की पहचान करने में जुटी है, हिंसा में शामिल लोगों की तलाश जारी है।
हिंसा के 48 घंटे बाद भी हल्द्वानी में कर्फ्यू जारी है। सुरक्षाबल की तैनाती है। इंटरनेट डाउन है। आज (10 फरवरी) को कर्फ्यू हटाया जा सकता है। इससे इंटरनेट सेवा से लेकर सभी तरह की सेवाएं बाधित हैं। लोग परेशान हैं। बनभूलपुरा से दूसरे क्षेत्र के लोग कर्फ्यू में ढील की मांग करने लगे हैं। हालांकि, शुक्रवार की रात तक जिला प्रशासन का किसी तरह का आदेश नहीं आया है। अगर 10 फरवरी को सबकुछ ठीक रहा तो ढील मिल सकती है। जिला प्रशासन का कहना है कि इसके लिए सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
बता दें कि यह हिंसा 8 फरवरी को नगर निगम द्वारा अवैध मदरसा ढहाने के बाद हुई थी। नगर निगम की टीम ने नमाज पढ़ने के लिए बनाई गई एक इमारत पर भी बुलडोजर चलाया था। इसके बाद हिंसा तेजी से फैली थी। भीड़ ने पुलिस और निगम के अमले पर हमला किया था। बनभूलपुरा थाने को घेरा और पथराव किया गया था।
हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हैं। प्रशासन ने 8 फरवरी को ही कर्फ्यू लगा दिया था जो अभी भी जारी है। सरकार द्वारा दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं, जिनकी तलाश जारी है।