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BRD में नहीं थमा मौत का सिलसिला, ‌योगी ने कहा, 'ऐसा न हो, लोग सरकार के भरोसे छोड़ दें बच्चे'

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह का कहना है कि अचानक ज्यादा मौतें भले ही हो गई हैं लेकिन इस मौसम में ये कोई असामान्य बात नहीं है।
BRD में नहीं थमा मौत का सिलसिला, ‌योगी ने कहा, 'ऐसा न हो, लोग सरकार के भरोसे छोड़ दें बच्चे'

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत का तांडव फिर शुरू हो गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कहीं ऐसा न हो कि लोग अपने बच्चे 2 साल के होते ही सरकार के भरोसे छोड़ दें, सरकार उनका पालन पोषण करे।"


योगी आदित्यनाथ ने स्टार्टअप कार्यक्रम के दौरान ये बात कही। योगी का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब उनकी सरकार पर बीआरडी में हुई बच्चों की मौत के मामले में सवाल उठ रहे हैं।

गौरतलब है कि बीआरडी में पिछले 72 घंटों में 61 बच्चों की मौत हो गई है। समाचार चैनल एबीपी न्यूज  के मुताबिक, बीआरडी अस्पताल में 27 अगस्त को 17, 28 अगस्त को 25 और 29 अगस्त को 19 बच्चों की मौत हुई। इसमें इंसेफ्लाइटिस, नियोनेटल और अन्य बीमारियों से मरने वाले बच्चों की संख्या भी शामिल है।

48 घंटे 42 मौत

बीबीसी हिंदी के अनुसार, बीआरडी अस्पताल में 27 और 28 अगस्त के दौरान 48 घंटे में 42 बच्चों की मौत हो चुकी है। इनमें सात बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस यानी दिमागी बुखार से हुई है।

क्या कहते हैं डॉक्टर?

बीबीसी हिंदी  के मुताबिक, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह का कहना है कि अचानक ज्यादा मौतें भले ही हो गई हैं लेकिन इस मौसम में ये कोई असामान्य बात नहीं है।

उन्होंने बताया, “मौत की वजह ये है कि बच्चे बहुत ही गंभीर स्थिति में यहां आते हैं इसलिए जरूरी दवाइयों और व्यवस्था के बावजूद उन्हें बचाना कठिन हो जाता है।”

डॉक्टर सिंह के अनुसार जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीने बच्चों के लिए यहां काफी संवेदनशील होते हैं।

बीआरडी के पूर्व प्रिंसिपल पत्नी सहित गिरफ्तार

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 7 अगस्त से लेकर 12 अगस्त तक 30 बच्चों समेत 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि ये मौतें हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने की वजह से हुईं।

इस मामले में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को पुलिस ने मंगलवार रात कानपुर से गिरफ्तार कर ‌लिया थ्‍ाा। इससे पहले मामले में आरोपी बनाए गए डॉ. कफील खान की तलाश में एसटीएफ और पुलिस टीम ने उनके घर पर छापेमारी की। हालांकि, वे घर से गायब मिले।

 

 

 

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