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राजस्थान में एक और मॉब लिंचिंग, गौ-तस्करी के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या

राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर से गौ-तस्करी के शक में एक व्यक्ति की हत्या का मामला सामने आया है।...
राजस्थान में एक और मॉब लिंचिंग, गौ-तस्करी के शक में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या

राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर से गौ-तस्करी के शक में एक व्यक्ति की हत्या का मामला सामने आया है। मामला अलवर जिले के रामगढ़ का है, जहां गौ-तस्करी के शक में व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।

बताया जा रहा है कि मृतक का नाम अकबर है। ये घटना तब हुई जब अकबर और असलम गाय लेकर जा रहे थे, तभी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें अकबर की मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार देर रात की है। माममले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है। 

मृतक की पहचान हरियाणा के कोलगांव के रहने वाले 50 वर्षीय अकबर खान के रूप में हुई है। भीड़ का आरोप था कि वह अपने गांव से अलवर के रामगढ़ लालमंड़ी के लिए दो गाय लेकर जा रहा था। तभी भीड़ ने उसे रोककर पूछताछ की और पीट-पीटकर मार डाला।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अलवर सरकारी अस्पताल भेज दिया है और मामले की छानबीन कर रही है। हैरान करने वाली बात है कि यह मामला ऐसा वक्त में आया है जब राजस्थान सरकार कह रही है कि मॉब लिंचिंग के लिए अलग से हमें किसी कानून की जरूरत नहीं है।

 

सीएम राजे ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

मामले पर वसुंधरा राजे का भी बयान आ गया है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अलवर जिले में लिंचिंग की ये घटना घोर निंदनीय है। घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिम्मेदार लोगों के खिलाफ करेंगे सख्त कार्रवाई: कटारिया 

 

राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने इस मामले पर कहा, हम जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा,ऐसी कोई गारंटी नहीं है की हमने मृत्युदंड का कानून बनाया है तो कोई कल से मृत्युदंड का भागी नही बनेगा, कोई हत्या होगी नहीं। लेकिन हम कानूनों को कठोर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ने दिया ये बयान

वहीं, इससे पहले केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, हम मॉब लिचिंग की निंदा करते हैं लेकिन यह कोई पहली घटना नहीं है। इसे आप इतिहास में भी देख सकते हैं। क्यों ऐसा होता है? किसे इसको खत्म करना चाहिए? 1984 में सिखों के साथ जो हुआ वह देश के इतिहास में मॉब लिचिंग की सबसे बड़ी घटना है।

आगे उन्होंने कहा कि मोदीजी जितना लोकप्रिय होंगे उतनी ही इस तरह की घटनाएं होंगी। बिहार चुनाव में अवॉर्ड वापसी, तो उत्तर प्रदेश में मॉब लिचिंग। 2019 चुनाव में कुछ और होगा। मोदीजी ने योजनाएं दीं और उसका असर दिख रहा है ये उसकी एक प्रतिक्रिया है।

इससे पहले भी अलवर में मॉब लिंचिंग

गौरतलब है कि इससे पहले राज्य के अलवर जिले में ही साल भर पहले कथित तौर पर गौरक्षकों के हाथों पहलू खान की भी हत्या कर दी गई थी। पिछले साल एक अप्रैल को पहलू खान मवेशियों को लेकर जा रहे थे जब संदिग्ध गौरक्षकों ने जमकर उसकी पिटाई की थी। दो दिन बाद अस्पताल में इलाज के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई। 

लिंचिंग को लेकर राजनाथ ने कल लोकसभा में दिया था ये बयान

मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर कल लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपना बयान दिया था। सिंह ने कहा था कि लिंचिंग की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। देश में मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना 1984 में हुई थी। इन घटनाओं पर कार्रवाई करने का काम राज्य सरकारों का है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि देश में कई जगह लिंचिंग की घटनाएं होती रही हैं। जिसमें कई लोगों की जानें गई हैं। इस दौरान मारे वाले लोगों संख्या किसी भी सरकार के लिए चिंता का विषय है।

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