महाराष्ट्र में कोरोना और ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर खतरे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आम लोगों के साथ महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों को भी कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम अजित पवार ने बताया है कि राज्य के 10 मंत्री कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं।
राज्य के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने जानकारी देते हुए कहा है कि राज्य के 10 मंत्री और 20 विधायक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में इसी तरह से कोरोना के मरीज बढ़ते गए तो राज्य सरकार सूबे में और अधिक पाबंदियां लगा सकती है। बता दें कि महाराष्ट्र के नगर विकास राज्य मंत्री प्राजक्त तनपुरे, ट्राइबल डेवलपमेंट मिनिस्टर केसी पाडवी, शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़, बालासाहेब थोराट और यशोमति ठाकुर समेत कुल 10 मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। राज्य में ओमिक्रोन वेरिएंट से अबतक 454 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास ने डिविजनल कमिश्नर और कलेक्टर को लिखे पत्र में कोरोना की तीसरी लहर को हल्के में ना लेने की सलाह दी है। स्वास्थ्य सचिव ने अपने पत्र में आगाह करते हुए कहा है कि कोविड-19 मामलों की जिनोमिक सिक्वेंसिंग की जा रही है। उसमें से 70 फ़ीसदी मामलों में डेल्टा वेरिएंट होने की बात सामने आई है, जो घातक है।
स्वास्थ सचिव ने कोविड-19 तीसरी वेव काफी बड़ी होने की आशंका जताई है। पत्र में कहा है कि अगर कोविड की तीसरी लहर में 80 लाख मामले सामने आते हैं तो 1 % मृत्यु दर को भी अनुमानित किया जाए तो करीब 80 हजार मौतें हो सकती हैं। राज्य में मंत्री और विधायकों के संक्रमित होने से सरकार की चिंता और बढ़ गई है।
Nashik | A total of 10 ministers and over 20 MLA's have tested positive for COVID19 in Maharashtra, says Deputy CM Ajit Pawar pic.twitter.com/kc2yXVxC4t
— ANI (@ANI) January 1, 2022
बता दें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 8,067 नए मामले आए, जो एक दिन पहले के मुकाबले करीब 50 प्रतिशत अधिक हैं। वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान आठ मरीजों की मौत हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों में चार ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज भी शामिल हैं। राज्य में गुरुवार को कुल 5,368 मामले आए थे। विभाग ने बताया कि शुक्रवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से संक्रमण के चार मामलों की पुष्टि है। उन्होंने बताया कि इन चार मामलों में एक-एक मरीज वसई-विरार, नवी मुंबई, मीरा-भायंदर और पनवेल के हैं।