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शकूरबस्‍ती में अतिक्रमण हटाने से पहले हुई बच्‍ची की मौत: सुरेश प्रभु

दिल्‍ली की शकूरबस्‍ती में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक बच्‍ची की मौत को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस मामले पर दिल्ली सरकार और रेल विभाग के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ठंड में गरीबों को बेघर करने और बच्‍ची की मौत काे रेलवे पर निशाना साधा है जबकि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने संसद में बयान दिया है कि बच्‍ची की मौत अतिक्रमण हटाने से पहले हुई थी।
शकूरबस्‍ती में अतिक्रमण हटाने से पहले हुई बच्‍ची की मौत: सुरेश प्रभु

आम आदमी पाटी इस मामले को जदयू और तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर संसद में उठाने का फैसला किया है। इसके लिए आप ने लोकसभा में एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया है जबकि तृणमूल और जदयू राज्यसभा में इस मामले को उठाएंगी।

शकूरबस्‍ती में रेलवे के तोड़फोड़ अभियान से नाराज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्होंने इस मामले पर बात करने के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात का समय मांगा है। छह महीने की एक बच्ची की मौत के लिए तोड़फोड़ अभियान को वजह माना जा रहा है। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, मैंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु जी से मिलने का समय मांगा है। 

केजरीवाल को वोट देने की सजा: सत्‍येंद्र जैन

दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस घटना को अमानवीय बताते हुए आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल के लिए मतदान करने वाले इन लोगों को सबक सिखाने के लिए यह तोड़फोड़ की गई। जैन ने कहा, उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना उनके घरों को नष्ट कर दिया गया। यह तोड़फोड़ अरविंद केजरीवाल के लिए मतदान करने वाले इन लोगों को सबक सिखाने के लिए की गई। इस प्रक्रिया में एक नवजात बच्ची की मौत हो गई और पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी और उसकी पसलियां टूट गई थीं।

मजिस्‍ट्रेट जांच के आदेश 

आप सरकार ने तोड़फोड़ अभियान और छह माह की बच्ची की मौत के मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है जबकि रेल विभाग का कहना है कि इस घटना का अतिक्रमण हटाने से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया बच्चे की मौत तब दम घुटने से हुई जब कपड़ों का एक ढेर उसके उपर गिर गया। पुलिस के अनुसार बच्चे पर कपड़ों का ढेर तब गिरा जब उसके अभिभावक झुग्गी खाली करने की तैयारी कर रहे थे इसलिए कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।

केजरीवाल ने इस मामले पर बात करने के लिए कल रेल अधिकारियों से अपने आवास पर मुलाकात की लेकिन वह उनके जवाब से नाखुश थे। सू़त्राें ने कहा, रेल अधिकारियों से जब केजरीवाल ने पूछा कि तोड़फोड़ से पूर्व पुनर्वास के उचित इंतजाम क्यों नहीं किए गए, रेल अधिकारियों ने कहा कि वे इसके बारे में अपने बोर्ड और मंत्रालय को सूचित करेंगे। केजरीवाल रेल अधिकारियों के जवाब से खुश नहीं थे और वह रेल मंत्री के समक्ष यह मामला उठाएंगे।

 

 

 

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