पुलिस अधिकारी ने बताया कि चालक को आज तड़के ओखला के उस गोदाम से गिरफ्तार किया गया, जहां वह छिपा हुआ था। अब तक वह इस मामले का अकेला आरोपी जान पड़ता है। उन्होंने कहा, चुराई गई नकदी भी बरामद कर ली गई है लेकिन इसका अंतिम आकलन अभी किया जाना है। आरोपी वैन चालक की पहचान प्रदीप शुक्ला के रूप में हुई है। कल शाम वह दक्षिणपूर्वी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके से 22.5 करोड़ रूपए के साथ फरार हो गया था। पुलिस ने कहा कि यह घटना उस समय हुई, जब वैन में साथ जा रहे सशस्त्र सुरक्षाकर्मी ने वैन चालक से वाहन को गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के पास रोकने के लिए कहा ताकि वह सड़क के किनारे लघुशंका के लिए जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी 22.5 करोड़ रुपये की रकम से मात्र 11 हजार रूपये ही खर्च कर पाया। उसने इन पैसों से घड़ी खरीदी। उसने लूटी गई रकम को मर्सडिज के एक गोदाम में रखा था। बताया जाता है कि वह कम सैलरी मिलने से परेशान था इसलिए उसने कैश लूटने की वारदात को अंजाम दिया।
यह घटना बृहस्पतिवार शाम पांच बजकर 45 मिनट के आसपास हुई। कैश वैन में जा रहे सशस्त्र गार्ड ने ड्राइवर से कहा कि उसे पेशाब करना है इसलिए वह गोविंदपुरी मेट्रो स्टेशन के किनारे गाड़ी रोके। ड्राइवर प्रदीप शुक्ला (35) ने गार्ड को बताया कि वह बगल की सड़क पर उसका इंतजार करेगा। लेकिन जब गार्ड लौटा तो वहां ड्राइवर नहीं था। गार्ड विनय पटेल ने मामले की जानकारी एक्सिस बैंक के लिए काम कर रही सुरक्षा एजेंसी के अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी।
बैंक अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपनी विकासपुरी शाखा से करीब 38 करोड़ रूपये के साथ चार कैश वाहन भेजे थे और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली की ओर जा रहे वैनसे 22.5 करोड़ रूपये ले जाया जा रहा था। पुलिस ने बताया था कि यह दिल्ली में अब तक की सबसे बड़ी लूट हो सकती है। इससे पहले जनवरी 2014 में मूलचंद फ्लाइओवर के निकट बीआरटी काॅरिडोर पर एक कारोबारी से बंदूक के बल पर 7.69 करोड़ रूपये लूट लिया गया था।