बांग्लादेश को बिजली के मामले में झारखंड से मिलने वाली मदद में और इजाफा हो गया है। गोड्डा के अदाणी पावर प्लांट (एपीजेएल) की दूसरी इकाई से भी पड़ोसी देश बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति शुरू हो गई है। दूसरी इाकई से बांग्लादेश के ग्रिड को आपूर्ति बांग्लादेश ऊर्जा सुरक्षा को और बढ़ायेगी।
दूसरी इकाई के वाणिज्यिक संचालन का परीक्षण बांगलदेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड व पावर ग्रिड कारपोरेशन औफ बांग्लादेश के अधिकारियों की मौजूदगी में पूरा हुआ। अदाणी पावर 25 साल के लिए बांग्लादेश को 1496 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करेगा। अदाणी पावर का बांग्लादेश के साथ 25 साल का पावर परचेज एग्रीमेंट है। इसके पहले अप्रैल 2002 में एपीजेएल की पहली यूनिट से बांग्लादेश को आधिकारिक तौर पर 748 मेगावाट बिजली की आपूर्ति शुरू की गई थी।
अदाणी पावर के सीईओ एसबी ख्यालिया ने जारी बयान में बताया है एपीजेएल ने भारत सहित दुनिया में कोरोना के संकट के बावजूद साढ़े तीन साल में अपने गोड्डा बिजली प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया। यह भारत और बांग्लादेश के बीच की दोस्ती के रूप में काम करेगा। दोनों देशों के विविध और दीर्घकालिक संबंधों के एक नये चरण की शुरुआत है। यह अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर की दूसरी इकाई है।
बता दें कि गोड्डा में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की क्षमता 1600 मेगावाट है। 800 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित है। दुनिया के श्रेष्ठ पावर प्लांट में इसकी गणना है। यह देश का पहला पावर प्लांट है जिसे शतिप्रतिशत फ्लू गैस डीसल्फराइजेशन, एससीआर और जीरो वॉटर डिस्चार्ज के साथ ऑपरेट किया जा रहा है।
कंपनी के करार के अनुसार उत्पादित बिजली का 25 प्रतिशत यानी पूर्ण क्षमता पर उत्पादन की स्थिति में 400 मेगावाट झारखंड सरकार को देना है। अदाणी पावर केंद्रीय नेशनल पूल से लेकर झारखंड को बिजली मुहैया कराना है। जाहिर है दूसरी इकाई में व्यावसायिक उत्पादन से राहत झारखंड को भी मिलेगी।