जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के एक वर्ष पूरा होने पर विरोधस्वरूप हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) की ओर से शनिवार को आहूत हड़ताल के बाद रविवार को घाटी में जनजीवन फिर से सामान्य हो गया।
कश्मीर घाटी में व्यवसाय और अन्य गतिविधियां फिर से बहाल हो गयीं जबकि सभी सड़कों पर यातायात सामान्य रूप से जारी है। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में साप्ताहिक संडे बाजार में अच्छी संख्या में ग्राहक मौजूद थे। इस बीच संवेदनशील स्थानों पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षा बलों को भी रविवार को वापस बुला लिया गया।
घाटी में शनिवार को बंद दुकानें एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानें रविवार को खुली हुयी थीं। शहर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक लाल चौक, एक अन्य व्यावसायिक हब हरि सिंह स्ट्रीट , रिगल चौक, बादशाह चौक, रेसीडेंसी रोड, मौलाना आजाद रोड, मैसुमा, बटमालू, गोनीखान तथा महाराज बाजार स्थित दुकानें कोरोना पाबंदियों के चलते पहले से ही बंद हैं।
दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले
शहर के पुराने इलाके और शहर ए खास में दुकानें एवं अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले हुए थे तथा सड़कों पर आम दिनों की तरह वाहन चल रहे थे। सामाजिक दूरी को बनाए रखते हुए, सैकड़ों खुदरा विक्रेताओं ने टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर (टीआरसी) से हरी सिंह हाई स्ट्रीट (एचएसएचएस) तक के साप्ताहिक बाजार में अपने स्टॉल लगाए हैं, जिनमें लाल चौक शामिल है। अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां समेत घाटी के अन्य इलाकों में भी स्थिति सामान्य होने की खबर है।