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जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ यात्रा के बाद मचैल यात्रा भी निलंबित, देवी दुर्गा का नहीं हो सकेगा दर्शन

अमरनाथ यात्रा के बाद अब एक और तीर्थयात्रा को जम्‍मू-कश्‍मीर में रोक दिया गया है। किश्‍तवाड़ जिले...
जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ यात्रा के बाद मचैल यात्रा भी निलंबित, देवी दुर्गा का नहीं हो सकेगा दर्शन

अमरनाथ यात्रा के बाद अब एक और तीर्थयात्रा को जम्‍मू-कश्‍मीर में रोक दिया गया है। किश्‍तवाड़ जिले में मां दुर्गा के मंदिर तक होने वाली मचैल यात्रा भी सुरक्षा कारणों से निलंबित कर दी गई है। किश्‍तवाड़ के डीएम अंगरेज सिंह राणा ने इस बात की जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे की खुफिया सूचना के बाद राज्य सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी कर यात्रा फिलहाल रोक दी गई है।

जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव ने अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को एडवाइजरी जारी कर उन्हें तुरंत घाटी छोड़ने की सलाह दी है।एडवाइजरी के बाद अमरनाथ यात्री कश्मीर से वापस लौटने लगे हैं। आतंकी खतरे को देखते हुए अमरनाथ यात्रा व मचैल यात्रा भी रोक दी गई है। जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिला आयुक्त अंगरेज सिंह राणा ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में देवी दुर्गा मंदिर से शुरू होने वाली मचैल यात्रा को निलंबित कर दिया गया है। 

सावन के माह में सबसे पवित्र मानी जाती है

किश्‍तवाड़ जम्‍मू जिले में आता है और मचैल यात्रा सावन के माह में सबसे पवित्र मानी जाती है। हर वर्ष श्रद्धालु किश्‍तवाड़ स्थित मचैल माता के दर्शन के लिए जाते हैं। इस मंदिर में मां दुर्गा की आराधना होती है। इस मंदिर को मचैल माता स्‍थान भी कहते हैं।

मचैल माता मंदिर के बारे में  

जिस जगह पर मचैल माता मंदिर है वहां पर भोत समुदाय के अलावा ठाकुर समुदाय के लोग रहते हैं। इस जगह को महाराजा रणबीर सिंह ने किश्‍तवाड़ में मिला दियाथा। हजारों लोग खासतौर पर जम्‍मू से इस मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। हर साल सिर्फ अगस्‍त में ही इस मंदिर के दर्शन किए जा सकते हैं। यहां पर मूर्तियां और पिंडी है जिसे चंदिका कहा जाता है। कहते हैं मंदिर में देवियों को जो गहने पहनाए गए हैं वे अपने आप ही हिलते हैं। कई बार तीर्थयात्रियों ने यहां पर कई ऐसी चीजें महसूस की हैं जिन्‍हें सुपरनैचुरल कहा जाता है।

पर्यटकों से वापस लौटने की अपील

शुक्रवार को सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर अमरनाथ यात्रा के सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को कश्‍मीर से जल्‍द से जल्‍द चले जाने को कहा है। सरकार का कहना है कि यह फैसला घाटी में आतंकी खतरों की आशंका के चलते उठाया गया है। सरकार के मुताबिक यात्री और पर्यटक जितनी जल्‍दी हो सके घाटी से वापस चले जाएं। सरकार की मानें तो आतंकी अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने की कोशिशों में लगे हुए हैं। खराब मौसम के चलते पहले ही चार अगस्‍त तक अमरनाथ यात्रा स्‍थगित है।

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