सोमवार शाम डौकी के गांव मेहरा नाहरगंज में भाजपा कार्यकर्ता नाथूराम वर्मा को उसके दोस्तों ने गोलियों से भून दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने हत्यारोपी समर और सुधीर को घेरकर पीटा। घायल सुधीर की अस्पताल में मौत हो गई। भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामिणों ने मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी मारपीट की।
क्या था मामला?
जानकारी के अनुसार शाम करीब 7.30 बजे गांव धनौता निवासी नाथू राम वर्मा को पूर्व प्रधान समर और उसका भाई सुधीर यमुना किनारे लेकर गए। किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। ग्रामीणों के अनुसार आरोपियों ने नाथूराम को दो गोलियां मारीं। वह गांव की तरफ भागा। हमलावरों ने पीछा करके उसे फिर से गोलियां मारीं। इस हमले में नाथूराम की मौत हो गई। इस घटना के बाद हमलावरों को ग्रामीणों ने घेर लिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी आ गई।मौके पर पहुंची यूपी 100 के पुलिस कर्मियों पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया।
आरोपी को बचाने का आरोप लगाकर पुलिस के साथ भी मारपीट
लोगों ने पुलिस पर हत्यारोपियों को बचा कर गाड़ी में बिठाने का आरोप लगाया। नाराज ग्रामीणों ने हत्यारोपियों को बाहर घसीट लिया। पुलिस की गाड़ी फूंक दी और पुलिस कर्मियों को पीटा। थाना की पुलिस आई तो उसे भी घेर लिया।
गांव में पीएसी तैनात
पूरा गांव छावनी बन गया। पुलिस और गांव वालों के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। ग्रामीणों ने भी मोर्चा खोल दिया। दोनों तरफ से अंधाधुंध फायरिंग हुई। इसी बीच एक हत्यारोपी समर भाग गया। वहीं मारपीट में दूसरे आरोपी सुधीर की मौत हो गई। तनाव को देखते हुए गांव में पीएसी तैनात कर दी गयी है.