पश्चिम बंगाल के अपने तीन दिवसीय दौरे के समय अमित शाह ने इन आदिवासी परिवार के घर भोजन किया था। इस दौरान शाह के साथ पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष भी थे। इस दिन अमित शाह के साथ आदिवासी दंपती गीता और राजू ने भी खाना खाया था। भोजन के बाद आदिवासी दंपती ने शाह के साथ सेल्फी भी ली थी।
इस मामले में बंगाल भाजपा का कहना है कि उन लोगों को अगवा कर जबरन टीएमसी में शामिल कराया गया है। हालांकि टीएमसी का कहना है कि दोनों अपनी मर्जी से तृणमूल में शामिल हुए हैं। गीता और राजू का भी यही कहना है कि वह अपनी मर्जी से टीएमटी में शामिल हुए हैं। किसी दबाव या लालच में नहीं।
खबर है कि नक्सलबाड़ी इलाके के दक्षिण कटियाजोत गांव में रहने वाली गीता और उसके पति राजू महाली वर्षों से भाजपा के साथ जुड़े रहे थे।
गौरतलब है कि अमित शाह ने तीन दिन बंगाल दौरे के दौरान आदिवासियों से मुलाकात की थी और उन्हें संबोधित करते हुए कहा था कि तृणमूल भले ही घृणा और हिंसा का कीचड़ फैलाए, प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा कमल खिलेंगे।
बंगाल के चुनावी मैदान में अपनी जड़े जमाने की कोशिश में जुटे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि वह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस हिंसा फैला रही है, लेकिन अंततरू बंगाल में भाजपा की जीत पक्की है। इसे कोई नहीं रोक सकता।