उन्होंने ताल कटोरा स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने मुकेश अंबानी को बचाने के लिए दिल्ली का 21 साल पुराना कानून ही बदल डाला और दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा जो दिल्ली की सीमा में किसी के भी खिलाफ जांच कर सकती थी उसकी सीमा तय कर दी कि सिर्फ दिल्ली सरकार के तहत आने वाले लोगों की जांच ही यह एजेंसी कर सकती है। हालांकि केजरीवाल ने कहा कि वह केंद्र सरकार की इस अधिसूचना को मानने वाले नहीं हैं।
केजरीवाल ने यह भी खुलासा किया कि एक मीडिया चैनल ने उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की। हालांकि उन्होंने उस चैनल का नाम नहीं लिया। केजरीवाल ने साफ कहा कि दिल्ली के किसी भी अधिकारी के पास मोबाइल लेकर जाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। खुद उनके दफ्तर में भी ऐसा प्रतिबंध नहीं लगेगा।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी आपसी झगड़ों की वजह से चर्चा में रही है और खुद केजरीवाल के कई स्टिंग सामने आ चुके हैं जिनमें से एक में तो केजरीवाल खुलेआम अपने पुराने सहयोगियों को गाली गलौच करते सुनाई देते हैं। अब तक उन्होंने इसमें से किसी भी स्टिंग को गलत करार नहीं दिया है। उनके पुराने सहयोगी प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव लगातार उनके साथ टकराव बढ़ाते जा रहे हैं। ऐसे में इस भ्रष्टाचार वाले हेल्पलाइन नंबर से उन्हें छवि सुधारने में कितनी मदद मिलेगी यह तो वक्त ही बताएगा।