सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने 302 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण अवसर पर इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों की जमकर तारीफ की और कहा कि चार साल में बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे इन अफसरों की मेहनत की बदौलत मात्रा दो साल में ही बनकर तैयार हो गया। इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ-साथ अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने की बात आई थी, तो उन्होंने पूछा था कि यह सड़क कितने साल में बनेगी, जब इसके लिए चार साल का समय मांगा गया तो उन्होंने शिलान्यास से इनकार कर दिया था। बाद में 22 महीने का समय देकर आधारशिला रखी गई थी। उसी का परिणाम है कि चार साल में बनने वाली सड़क दो साल में बन गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकारियों में समय से पहले काम पूरा करा देने की क्षमता है। वह मुख्यमंत्री के साथ-साथ उनके अनेक सहयोगी अधिकारियों को भी धन्यवाद देते हैं। पहले दिल्ली जाने में 12-14 घंटे लगते थे, अब ढाई-तीन घंटे में पहुंच जाएंगे। यह जनता के लिए बहुत सुविधाजनक होगा।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे देश के लिए एक शानदार मिसाल बनेगा। इतना बड़ा एक्सप्रेस वे किसी अन्य प्रदेश के पास नहीं है। समाजवादी लोग चुनाव में इन कामों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
अखिलेश ने कहा कि जब सड़कें बनती हैं तो साथ-साथ विकास भी चलता है। यह सड़क दिल्ली और लखनऊ जैसी राजधानियों को जोड़ेगी। इसके किनारे उद्योग, पेटोल पंप और मंडियां होंगी। आगामी चुनाव के बाद प्रदेश में फिर समाजवादी सरकार बनने पर इस एक्सप्रेस-वे को लखनऊ से आगे गाजीपुर और बलिया तक रिकार्ड समय में बनाया जाएगा। यह प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने को जोड़ने का काम करेगा। उन्होंने इस मौके पर वायुसेना के अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया और कहा कि यह देश की पहली सड़क है जहां कोई भी हवाई जहाज उतर और उड़ान भी भर सकता है। इसके लिए वह एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा समेत तमाम वायुसेना अधिकारियों को धन्यवाद देते हैं। (एजेंसी)