दिल्लीवासियों को शनिवार को भी प्रदूषण से कोई राहत मिलती नजर नहीं आयी और आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 405 दर्ज किया गया जोकि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बाेर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली के कई हिस्से सुबह धुंध की चादर की परत ढंके हुए थे जबकि न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और वायु सापेक्ष आर्द्रता 85 फीसदी दर्ज की गयी।
राजधानी में हवा की गति कम होने से प्रदूषण में कोई फर्क नहीं पड़ा और न ही वायु गुणवत्ता में सुधार में मदद मिली। इसके अलावा एनसीआर के कुछ हिस्सों और उत्तरी क्षेत्र के अन्य शहरों और गावों में भी वायु गुणवत्ता की स्थिति ऐसी ही बनी रही। देश के अधिकतर उत्तरी राज्यों के कुछ स्थानों पर वायु प्रदूषण की स्थिति ‘बहुत खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ तक बनी हुई है।
दिल्ली में वायु-गुणवत्ता में सुधार लाने के मद्देनजर कुछ स्थानों पर विशेष रूप से प्रदूषण-रोधी गन को देखा गया। सरकार ने सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए एहतियातन कई कदम उठाए हैं जिनमें पटाखे जलाने पर पाबंदी, जनरेटर पर प्रतिबंध, निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाई है।
सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली के अलावा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद का भी बुरा हाल है और एक्यूआई 400 से अधिक है। वायु गुणवत्ता के अनुसार एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 के 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर'’ माना जाता है।