अखिलेश ने कहा प्रधानमंत्री अगर बहस करना चाहते हैं तो इधर-उधर की बात ना करें। हम तो खुला कहते हैं कि अगर प्रधानमंत्री विकास कार्यों में हमसे बहस करना चाहें तो हम तैयार हैं। हम पूछते हैं कि आपने उत्तर प्रदेश में क्या काम किया, हम भी बताएंगे कि हमने क्या किया।
सपा अध्यक्ष ने कहा खिसियाता वही है जो लड़ाई हार जाता है। पुरानी बातें वही करता है जो पिछड़ जाता है। प्रधानमंत्री जी हमारे उत्तर प्रदेश को मत उलझाइए। अगर आप उत्तर प्रदेश के गोद लिए हुए बेटे हैं, तो हम तो उत्तर प्रदेश के ही हैं, हमें कौन गोद लेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री कितने बड़े पद पर हैं और वह झगड़ा हमसे कर रहे हैं। भाजपा वाले लोग मैदान में हार चुके हैं, इसीलिए उनकी भाषा बदल गई है, वह चुनाव को ना जाने किस रास्ते पर ले जाना चाहते हैं। हम तो उसे सिर्फ विकास के रास्ते पर जाना चाहते हैं।
अखिलेश ने कहा हमने तो क से कबूतर पढ़ा है। आप हमें क्या पढ़ा रहे हैं। इस बार उत्तर प्रदेश की जनता आपका कबूतर उड़ा देगी। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा भाजपा वाले बताएं कि पहले तो आप लैपटाप को झुनझुना बोलते थे, अब आपने उसे अपने घोषणापत्रा में क्यों शामिल कर दिया। भाजपा कहती है कि हमने भेदभाव से लैपटाप बांटा। आप किसी से भी पूछ लीजिये कि मेधावी बच्चों को लैपटाप मिला कि नहीं। भाजपा से ज्यादा गुमराह करने वाला कोई नहीं है। भाषा