यूपी के अलीगढ़ में जहरीली शराब की घटना के बाद पूरी तरह से प्रदेश में प्रशासन और पुलिस एक्टिव हो गई है। इसके बाद पूरी तरह से प्रदेश में प्रशासन और पुलिस एक्टिव हो गई है। इस बीच इटावा में कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में वैक्सीन लगावाने को लेकर सैफई के उपजिलाधिकारी ( एसडीएम) ने एक अनूठी पहल करते हुए ठेकेदारों से कहा है कि वहर किसी को भी बगैर प्रमाण पत्र के शराब की ब्रिकी नहीं करें। इसके लिए वह समय-समय पर दुकानों की जांच भी करेंगे।
एसडीएम ने ठेका संचालकों और सेल्समैनों से कहा कि 45 वर्ष आयु से अधिक उम्र के व्यक्ति को शराब-बीयर तभी दें जब वह कोरोना का टीका (वैक्सीनेशन) लगवाने का कार्ड दिखाए। टीका न लगवाने वाले को शराब न दें। साथ ही उन्होंने इसे लेकर शराब की दुकानों पर पोस्टर चस्पा करवा दिए हैं।
उपजिलाधिकारी हेमसिंह के अनुसार शनिवार को उन्होंने ठेकेदारो से बगैर वैक्सीन प्रमाण पत्र के किसी को शराब की बिक्री नहीं करने की अपील की थी। एसडीएम की अपील के बाद अब शराब खरीदने वाले वैक्सीन लगावाने का प्रमाण पत्र लेकर आ रहे है।
अलीगढ़ में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत के बाद एसडीएम हेमसिंह और सीओ राकेश वरिष्ठ और आबकारी विभाग की टीम के साथ शराब व बीयर की दुकानों का निरीक्षण करने निकले थे। दुमीला तिराहे और गीजा गांव में दुकानों की जांच के बाद एसडीएम ने शराब दुकानों के सामने वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने वाले पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। सैफई तहसील में कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने की उनकी इस अनूठे प्रयोग की जमकर तारीफ हो रही है ।