संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर के मुद्दे पर राज्यसभा में बयान दिया। गृह मंत्री ने कश्मीर की स्थिति पर कहा कि वहां हालात पूरी तरह सामान्य हो चुके हैं। जम्मू-कश्मीर का स्पेशल दर्जा खत्म करने के बाद से पुलिस की फायरिंग में किसी की मौत नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि 5 अगस्त के बाद पुलिस फायरिंग की वजह से किसी भी शख्स की जान नहीं गई है। कश्मीर की स्थिति के बारे में कई तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही है, जो सही नहीं है। वहीं, पत्थरबाजी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में ऐसी घटनाओं में काफी कमी आई है। सभी स्कूल खुले हैं और परीक्षा भी सही से ले जा रही है।
गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कहीं भी स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में किसी तरह की दिक्कत नहीं है। सभी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र खुले हैं। दवाई की पर्याप्त उपलब्धता है और अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग ओपीडी में आ रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी दफ्तर खुले हैं और मीडिया भी स्वतंत्र रूप से अपना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी अखबार और न्यूज चैनल चल रहे हैं। अखबारों के सर्कुलेशन में किसी तरह की गिरावट नहीं आई है।
वहीं, इंटरनेट बहाली के मुद्दे पर शाह ने राज्यसभा में बताया कि इसके लिए स्थानीय प्रशासन सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा के बाद अपने स्तर पर फैसला लेगा। जबकि टेलिफोन सेवाएं और मोबाइल फोन चालू है। उन्होंने बताया कि जरूरी काम के लिए इंटरनेट केंद्र भी खोले गए हैं। बैंकिंग सेवा भी पूरी तरह से चालू है।
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ था, जो 13 दिसंबर तक चलेगा।