पश्चिम बंगाल में गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि हम कोविड-19 टीकाकरण खत्म होने के बाद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष सीएए पर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर रहा है, भारतीय अल्पसंख्यकों की नागरिकता पर इससे असर नहीं पड़ेगा।
मतुआ समुदाय की एकक रैली में अमित शाह ने कहा, ''हम सीएए लेकर आए, बीच में कोरोना आ गया। ममता दीदी कहने लगी कि ये झूठा वादा है। हम जो कहते हैं वो करते हैं। जैसे ही ये वैक्सीनेशन का काम समाप्त होता है, कोरोना से मुक्ति मिलती है, आप सभी को नागरिकता देने का काम बीजेपी सरकार करेगी।''
इससे पहले अमित शाह ने एक अन्य रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ‘‘विफल प्रशासक’’ बताया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के ‘‘विकास मॉडल’’ और उनके ‘‘विनाश मॉडल’’ के बीच मुकाबला होगा।
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी द्वारा निकाली जा रही पांच ‘परिवर्तन यात्राओं’ में से चौथी यात्रा को शाह ने हरी झंडी दिखाने से पहले एक रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा एक मुख्यमंत्री, विधायक या मंत्री बदलने के लिए नहीं है। यह घुसपैठ समाप्त करने के लिए है, हिंसा समाप्त करने,‘सोनार बांग्ला’ बनाने और परिवर्तन के लिए है। उन्होंने अपील की कि आप बंगाल में बीजेपी को वोट देकर सत्ता में लायें। अवैध प्रवासियों को तो छोड़िये, सीमा पार से एक पक्षी तक को भी राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।