पुलिस ने बताया कि टैंकर यहां से 25 किलोमीटर दूर एक नहर के पास दोराहा बाईपास रोड पर बने एक फ्लाईओवर के नीचे फंस गया। इसके बाद उसमें से रिसाव शुरू हो गया। लुधियाना पुलिस आयुक्त प्रमोद बान ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, सांस से गैस शरीर के अंदर जाने से पांच लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक अन्य लोगों को सांस संबंधी परेशानियां हो गईं।
बान ने कहा, प्रभावित लोगों को लुधियाना के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों ने दो-तीन लोगों को छोड़कर शेष सभी को खतरे से बाहर बताया है। पुलिस ने बताया कि टैंकर से लीक हो रही गैस के दोराहा में और इसके आस-पास फैलते ही स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को घटना के बाद वहां से बाहर निकालना पड़ा। उसने बताया कि मरने वाले सभी लोग पुरुष हैं जिनमें से दो की पहचान दोराहा के सतपाल और जालंधर के अवतेज सिंह रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि टैंकर पर गुजरात की लाइसेंस प्लेट लगी है। यह दुर्घटना दिल्ली-लुधियाना राजमार्ग पर हुई।
खन्ना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह गिल ने बताया कि यह हादसा चालक की लापरवाही के कारण हुआ। टैंकर पुल के नीचे फंस गया था और उसका वाल्व क्षतिग्रस्त हो गया। इससे अमोनिया गैस का रिसाव हुआ। गिल ने कहा, देर रात का समय होने के कारण यातायात अधिक नहीं था। चालक को यह देखना चाहिए था कि वाहन पुल के नीचे से निकल सकता है या नहीं। दोराहा के थाना प्रभारी रजनीश कुमार सूद ने बताया कि शवों को लुधियाना के एक अस्पताल में भेजा गया है।