राज्य सरकार के सलाहकार (संचार) पाराकला प्रभाकर ने बताया कि कृष्णा नदी के किनारे स्थित उद्दंडरायुनिपालेम गांव में आयोजित होने वाले समारोह में करीब चार से पांच लाख लोग शामिल होंगे। आंध्र प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी विजयवाड़ा से करीब 40 किलोमीटर दूर हो रहे समारोह में प्रधानमंत्री करीब 90 मिनट तक रहेंगे और वह राजधानी शहर का शिलान्यास करेंगे।
इस अवसर पर मोदी को अमरावती के भूत, वर्तमान और भविष्य पर एक प्रस्तुति दिखाए जाने की उम्मीद है जो ऐतिहासिक, पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व का स्थल है। राज्य सरकार ने कई केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, देशभर से महत्वपूर्ण राजनीतिक नेताओं, जानी मानी हस्तियों, शीर्ष उद्योगपतियों और विदेशी हस्तियों को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री, कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव तथा अन्य को व्यक्तिगत तौर पर आमंत्रित किया है।
सिंगापुर और जापान के मंत्रिायों तथा प्रतिनिधिमंडलों के भी आयोजन में शामिल होने की उम्मीद है। नायडू के आह्वान के अनुसार राज्य के 16 हजार गांवों और देश के प्रमुख तीर्थ केंद्रों से मिट्टी और जल मंगाया गया है जिसे राजधानी शहर के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा। सिंगापुर सरकार की एजेंसियों ने त्रिस्तरीय राजधानी- मुख्य राजधानी, राजधानी शहर और राजधानी क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। पूर्व में एक आधिकारिक विग्यप्ति में कहा गया था कि केंद्र जहां आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून के तहत विधायी इमारतों के निर्माण के लिए धन उपलब्ध कराएगा, वहीं राज्य सरकार ने खेल, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए हब स्थापित करने की योजना बनाई है। इस विशाल समारोह की सुरक्षा के लिए आठ हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।