गुंटूर जिले में यह घटना शनिवार की रात उस समय घटी जब मल्टीप्लेक्स से जुड़े 30 फुट गहरे बेसमेंट का काम चल रहा था। कहा जाता है कि वहां 18 मजदूर काम कर रहे थे और जमीन धंसने से उसमें से आठ लोग दब गए। साथी मजदूरों द्वारा अलार्म बजाने के बाद मिट्टी हटाने के लिए उत्खनन मशीनें लगाई गईं। गुंटूर के जिला कलेक्टर कांतिलाल डांडे ने बताया कि ये मजदूर गुंटूर शहर से सटे पट्टीपडु विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गोट्टिपडु गांव के हैं। राज्य सरकार ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 20-20 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। दुर्घटनास्थल के पास के एक भवन के अहाते की दीवार ढहने के चलते राहत प्रयास में बाधा आने से शुरआत में केवल एक शव निकाला जा सका। मंगलागिरि से राष्ट्रीय आपदा कार्यबल के कर्मचारियों को घटनास्थल पर बुलाया गया और शवों को निकालने के काम में तेजी लाई गई।
गुंटूर नगर आयुक्त नागलक्ष्मी ने कहा कि मृतकों की पहचान 21 वर्षीय टी. शेषु, 21 वर्षीय बी. साओलोमन, 21 वर्षीय बी. सुनील, 18 वर्षीय जे. प्रशांत, 25 वर्षीय बी. राजेश, 40 वर्षीय जे सुधा और 18 वर्षीय बी. बाबू के रूप में की गई है। कल रात सामाजिक कल्याण मंत्री रवेला किशोर बाबू के घटनास्थल पर पहुंचने पर गोट्टिपडु के आक्रोशित ग्रामीणों ने उनकी कार पर हमला किया। रवेला पट्टिपडु विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पीड़ितों के परिजनों का आक्रोश भांप कर पुलिस ने मंत्री को वहां से हटा दिया। आंध्र प्रदेश के गृह मंत्री एन. चिन्ना राजप्पा ने कहा कि इस दुर्घटना की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। मलेशिया और थाइलैंड की पांच दिन की निजी यात्रा पूरी कर रात्रि करीब 2 बजे विजयवाड़ा लौटे मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।