मध्य प्रदेश में एक बार फिर से एक और किसान के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने का मामले सामने आया है। ताजा मामला प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव के रहली विधानसभा क्षेत्र का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना 14-15 फरवरी की दरम्यानी रात की बताई जा रही है, जब कर्ज के बोझ में दबे किसान गुलाब पटेल (50) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान रहली विधानसभा क्षेत्र के सिंगपुर गांव का निवासी था।
परिजनों का कहना है कि गुलाब पर लगभग 3 लाख रुपए का कर्ज था और पिछले कुछ समय से साहूकार उस पर वसूली को लेकर दबाव बना रहे थे। वहीं, पुलिस आत्महत्या के पीछे छिपे कारणों की जांच कर रही है। गढ़ाकोटा थाना प्रभारी आर एन तिवारी ने कहा कि मृतक पाइल्स की बीमारी से पीड़ित था, संभवतः इसी कारण उसने आत्महत्या की होगी।
परिजनों का कहना है कि इस बार चने की फसल से गुलाब को काफी उम्मीद थी पर इस हफ्ते हुई बेमौसम बारिश और ओले ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 14-15 फरवरी की दरम्यानी रात गुलाब पेड़ में फांसी का फन्दा लगाकर आत्महत्या कर ली।
प्रदेश में रविवार को हुए बेमौसम बारिश और ओले ने किसानों की कमर तोड़ दी है। हालांकि सरकार बर्बाद फसलों का सर्वे करवा रही है। इसके बावजूद किसानों द्वारा उचित की मांग को लेकर खबरे कई जिलों से आ रही है। मुआवजे के लिए धरना दे रहे हैं। प्रदेश के छत्तरपुर जिले के रामपुर ग्राम के किसान उचित मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर डटे हुए हैं।
किसान अपने साथ खराब फसलों को ट्रॉली में भरकर धरने पर बैठे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी के नसरुल्लागंज तहसील कार्यालय के सामने भी किसानो ने बर्बाद फसलों के बदले उचित मुआवजा दिए जाने कि मांग को लेकर धरना दिया।