थलसेना प्रमुख जनरल रावत ने सुपर 40 नाम से चल रहे कैंपेन के अंतगर्त सफलता प्राप्त करने वाले छात्रों को कहा कि अब वे घाटी के लिए उदाहरण बन गए हैं। यह कैंपेन सेना की मदद से चलाया जा रहा है। भारतीय फौज छात्रों को श्रीनगर में सेना के ट्रेनिंग पार्टनर सेंटर फॉर सोशल रिस्पॉसेबिलीटी एंड लर्निंग की मदद कोचिंग में मदद करती हैं। परीक्षा में 36 छात्र शामिल हुए थे जिनमें से नौ छात्रों ने सफलता हासिल की है। इनमें से कुछ छात्र आईआईटी के अलावा भी दूसरे इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पा गए हैं।
जनरल रावत ने छात्रों से मुलाकात में कहा कि वे पत्थर छोड़ कर किताबें हाथ में लें। जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने और युवाओं को अच्छे अवसर मुहैया कराने के लिए सेना भी सरकार की मदद कर रही है।