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पीआरसी पर पीछे हटी अरुणाचल सरकार, समिति की सिफारिश नहीं होगी लागू

स्थायी आवासीय प्रमाणपत्र (पीआरसी) के मुद्दे पर अरुणाचल प्रदेश में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। इस...
पीआरसी पर पीछे हटी अरुणाचल सरकार, समिति की सिफारिश नहीं होगी लागू

स्थायी आवासीय प्रमाणपत्र (पीआरसी) के मुद्दे पर अरुणाचल प्रदेश में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। इस बीच अरुणाचल प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि ऐसी किसी अनुंशसा पर कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पीआरसी को लेकर हुई हिंसा के मसले पर कहा है, 'मैं अरुणाचल प्रदेश के लोगों को आश्वस्त करना चाहूंगा कि सरकार इस मुद्दे को भविष्य में भी नहीं उठाएगी, यह साफ संदेश है।' फिलहाल राज्य में इंटरनेट सस्पेंड है और कई जिलों में धारा 144 लागू की गई है। पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई घायल हैं।

पेमा खांडू ने कहा, '22 फरवरी की रात को मैंने मीडिया तथा सोशल मीडिया के ज़रिये साफ किया था कि सरकार इस मुद्दे पर आगे चर्चा नहीं करेगी, आज भी मुख्य सचिव की मार्फत एक आदेश जारी किया गया है कि हम पीआरसी मामले पर आगे कोई कार्यवाही नहीं करेंगे।'

राज्य के मुख्य सचिव सत्य गोपाल ने रविवार को एक बयान जारी करके कहा, ‘‘ मौजूदा हालात को देखते हुये राज्य सरकार ने फैसला किया है कि ऐसी किसी अनुंशसा पर कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी। ’’ 

केंद्रीय मंत्री किरेण रि‌जिजू ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने इस समिति की सिफारिशें स्वीकार नहीं करने का फैसला किया है। 

गौरतलब है कि 6 आदिवासी समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र देने के प्रस्ताव के खिलाफ बुलाए गए बंद के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोग सड़क पर उतर आए और जमकर तोड़-फोड़ और विरोध प्रदर्शन किया। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री चौना मेन के निजी घर को आग के हवाले कर दिया। हालात को देखते हुए चौना मेन को ईटानगर से नामासाई जिले में शिफ्ट किया गया है। राजधानी ईटानगर में आईटीबीपी की छह टुकड़ियां तैनात की गई हैं। साथ ही धारा 144 भी लागू कर दी गई है।

क्यों हो रहा है विरोध प्रदर्शन 

प्रदर्शनकारी गैर-अरुणाचलियों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र (पीआरसी) देने के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पैनल की सिफारिशों में बदलाव की मांग कर रहे हैं। अरुणाचल प्रदेश सरकार ने इस बात की घोषणा की थी कि वह नामसाई और चांगलांग जिलों में 6 समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र जारी करने पर विचार कर रही है। इसी के ‌विरोध में राज्य के कई हिस्सों और ईटानगर में हिंसा हुई। पुलिस ने 21 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।

राहुल गांधी ने किया ट्वीट

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में पुलिस की गोलीबारी में एक निर्दोष युवक की मौत के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ, जिसमें कई अन्य घायल भी हुए हैं। युवक के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाएं और अरुणाचल में शांति लौट आए।’

राजनाथ ने की शांति की अपील

इस बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर अरुणाचल प्रदेश के लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। इस बाबत गृह मंत्री राजनाथ ने अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से भी बात की और प्रदेश की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद गृह मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से फोन पर बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन और स्थिति पर चर्चा की।’

ट्वीट में यह भी कहा गया, ‘‘गृह मंत्री ने लोगों से शांत रहने और राज्य में शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।’’

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