पिछले दिनों हैदराबाद में कोरोना की वजह से दो टॉप ज्वैलर्स की मौत हो गई थी। इसके बावजूद भी उनमें से एक के परिवार ने सौ से अधिक लोगों के साथ जन्मदिन का जश्न मनाया। जिसके बाद एक बार फिर से तेलंगाना में कोरोना महामारी से निपटने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ये भी खबर हैं कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव खुद सेल्फ क्वारेंटाइन में हैं और उनके गृह मंत्री मोहम्मद अली के अलावा सचिवालय के 30 से अधिक लोगों का कोरोना परीक्षण पॉजिटिव पाया गया है। राज्य में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। अब तक 20,500 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। सिर्फ रविवार को एक दिन में 1,200 मामलों की पुष्टि हुई है, जो खुद में चिंताजनक है।
सरकार के इस रवैये पर विपक्ष ने सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पर हमला बोला है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने राज्य पुलिस को उन लोगों पर शासन करने में विफलता के लिए दोषी ठहराया, जो कोविड-19 गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रहे हैं और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। इसी तरह से प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने केसीआर सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों का परीक्षण बड़े स्तर पर नहीं कर रही है। इसे राज्य सरकार नजरअंदाज कर रही है। आगे कृष्ण सागर राव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री इतेला राजेंदर कोरोना को रोकने में बुरी तरह से विफल हुए हैं।
चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉ. जी श्रीनिवास राव ने आउटलुक को बताया कि 'अमीर और समृद्ध' लोग कोविड-19 नियमों का उल्लंघन कर रहे है, इसके बावजूद भी सरकार व्यवस्था को नियंत्रण करने में विफल है। संपन्न लोग इस वायरस को फैलाने का जरिया बन रहे हैं। जबकि गरीब और मध्यवर्ग निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं का अच्छी तरह से पालन कर रहे हैं। केंद्रीय टीम दो बार तेलंगाना का दौरा कर चुकी है और दोनों बार सरकार के महामारी से निपटने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। टीमों ने सरकारी अस्पतालों का दौरा किया और वहां की सुविधाओं से संतुष्ट नहीं हुए। अब तक, तेलंगाना में पिछले हफ्ते तक कोरोना महामारी से आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 285 लोगों की मौत हुई है, लेकिन विपक्ष का आरोप है कि यह आंकड़ा बहुत अधिक हो सकता है।