राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार व अफसरों पर बड़ा हमला बोला है। किसी का नाम लिए बगैर अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री के खास ब्यूरोक्रेट्स पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है और सरकार की नाक के नीचे बैठे अफसर इस भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। यह बेहद गंभीर मामला है और इस मामले में जनता विधानसभा चुनाव में भाजपा को मजा चखाने के लिए तैयार बैठी है।
जयपुर स्थित अपने सरकारी निवास पर मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में दो मुख्यमंत्री हैं। एक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और दूसरे उनके प्रमुख शासन सचिव। जो ऐसा प्रतीत होता है कि राजस्थान में चीफ मिनिस्टर सेक्रेटरी दूसरे मुख्यमंत्री है। भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में दो प्रदेशाध्यक्ष बने हुए हैं। एक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अध्यक्ष हैं, जिनका नाम अशोक परनामी है। अशोक परनामी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ साए की तरह के साथ रहते हैं, जबकि दूसरे पार्टी के अध्यक्ष हैं, उनका नाम मदन लाल सैनी हैं, जो पार्टी के लिए काम करते हैं। ऐसे में साफ दिख रहा है कि राजस्थान में पार्टी और सरकार दो जगह बंटी हुई है। गहलोत ने मीडिया के भी एक बड़े संस्थान पर भी हमला बोला है।
अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए माइंस डिपार्टमेंट, पुलिस विभाग, चिकित्सा विभाग, एनर्जी, स्वायत शासन विभाग, आबकारी विभाग, पीएचईडी के अलावा आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने अधिकारियों को एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार के साथ काम करते हुए वह गलत काम करते हैं तो उनको भुगतान करना पड़ेगा। अशोक गहलोत बीते 2 साल में कई बार ब्यूरोक्रेट्स को चेतावनी दे चुके हैं।